सार
Marwari Wedding: व्यापार को अपना पेशा बनाने वाला मारवाड़ी समुदाय देश के सबसे अमीर समुदायों में से एक है। राजस्थानी मूल के लोग आज देश के कोने-कोने में पहुँच गए हैं और व्यापार में लगे हुए हैं। बेहद अमीर माने जाने वाले इस मारवाड़ी समुदाय की एक शादी में दिए गए महंगे उपहारों का वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
एक जगह से दूसरी जगह, एक समुदाय से दूसरे समुदाय में रीति-रिवाज, भाषा, संस्कृति में विविधता होती है, उसी तरह शादी की परंपराएं भी अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग होती हैं। इसी तरह यहाँ शादी के दौरान दुल्हन को उसकी माँ के परिवार, यानी मामा के परिवार की ओर से भव्य उपहार दिए जाते हैं। अपनी हैसियत और दौलत के हिसाब से मामा अपनी बहन की बेटी को शादी के समय ये उपहार देते हैं। इसे मायरा कहा जाता है। इसी तरह यहाँ हुई एक शादी में मारवाड़ी समुदाय के लोगों ने अपनी बहू को महंगे उपहार दिए, जो अब चर्चा का विषय बन गया है और सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोर रहा है।
बहू को दिए गए महंगे उपहारों में क्या-क्या है?
यहाँ लगभग 15 करोड़ रुपये के उपहार दिए गए हैं। इनमें एक किलो सोना, 3 किलो चांदी, 4 सूटकेस नकद, 210 बीघा जमीन और एक पेट्रोल पंप शामिल है। इन सबकी कुल कीमत लगभग 15.65 करोड़ रुपये है। राजस्थान के झाडेली जिले में हुई एक शादी में दुल्हन के मामा के परिवार ने उसे ये महंगे उपहार दिए। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और कई लोगों को हैरान कर रहा है। वीडियो में एक मुखिया दुल्हन और उसके ससुराल वालों को दुल्हन के मायके और मामा के परिवार की ओर से दिए जा रहे उपहारों की घोषणा कर रहे हैं। इस वीडियो को 25 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं।
वीडियो में दिखाए जा रहे रस्म को मायरा कहा जाता है। राजस्थान के मारवाड़ी समुदायों में मायरा एक पारंपरिक रिवाज है, जहाँ मामा अपनी बहनों, बहुओं या भांजों को शादी में महंगे उपहार देते हैं। राजस्थान के झाडेली जिले में अब तक का सबसे बड़ा मायरा माने जाने वाले इस कार्यक्रम में नकदी, सोना, जमीन और उपहारों का भव्य प्रदर्शन किया गया। इन उपहारों को एक बड़ी बारात के साथ लाया गया। बताया गया है कि 600 से 700 से ज्यादा लोग 100 से ज्यादा कारों और 4 लग्जरी बसों में दूल्हे के परिवार को मायरा देने आए थे।
वीडियो देखने के बाद लोगों ने कई कमेंट किए हैं। एक यूजर ने लिखा कि पूरे शादी समारोह में डीजे बजाने के लिए सिर्फ 10 हजार रुपये लेने वाले डीजे ऑपरेटर को यह देखकर रोना आ सकता है। कई लोगों ने इसे दहेज समझा और इसे बंद करने की बात कही। कुछ लोगों ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह दहेज नहीं है, बल्कि दुल्हन को उसकी माँ के भाइयों की ओर से दिया जाने वाला उपहार है। कुछ लोगों ने मारवाड़ी समुदाय के व्यापार में कंजूसी करने की आलोचना भी की।