Signs Genius Child:बचपन से ही कुछ बच्चों में अलग चीजें दिखने लगती है। जिससे ये पता चलता है कि उसका दिमाग बहुत तेज है। वो बड़ा होकर कुछ ऐसा करेगा जो एक मिसाल बन सकता है।

Signs Genius Child: ज्यादा एक्टिव बच्चे को हम बदमाश, शैतान और ना जाने क्या-क्या कहकर गुस्सा करने लगते हैं। कई बार हम मार भी देते हैं। लेकिन अगर हम पॉजिटिव नजरिया से देखें तो बच्चों की बदमाशी उनके भविष्य की तस्वीर दिखाती है। उनके कुछ लक्षण ये बताते हैं कि वो एक नॉर्मल नहीं बल्कि जीनियस बच्चा है। यहां पर हम आपको बताएंगे कि एक जीनियस बच्चे के अंदर क्या-क्या लक्षण दिखते हैं, ताकि आप भी अपने बच्चे की काबिलियत को पहचान सकें और उसे सही दिशा में लेकर जाएं।

1. बेहद एक्टिव (High Activity Level)

बच्चा हर चीज को छूता और हर जगह जाता है तो इसका मतलब है कि वह अपने आसपास की दुनिया को जानने के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक है। यह संकेत देता है कि उसकमें बुद्धि की क्षमता और सीखने का जोश बहुत ज्यादा है। इसलिए अगर आपका बच्चा ज्यादा एक्टिव है तो परेशान होने की जगह खुश हो जाइए।

2. गहरा ध्यान (Strong Focus)

जब बच्चा किसी काम में मन लगाकर व्यस्त होता है, तो वह आसपास की आवाज सुन भी नहीं पाता। यह दिखाता है कि उसके अंदर एकाग्रता बहुत ही तेज है। वो उस चीज के प्रति समर्पित है। यह उसके फ्यूचर के लिए अच्छा संकेत है।

 

3. कहानी सुनाना या कल्पनाएं बनाना (Creative Storytelling)

अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा बोलता है और कुछ ना कुछ कहानियां बनाता हो तो समझ लीजिए कि वो दिमाग से बहुत तेज है। उसके अंदर क्रिएटिविटी बहुत ज्यादा है। ऐसी कल्पनाशील क्षमता बताती है कि उसका दिमाग निर्माणशील तरीके से काम करता है ।

4. स्वयं की रक्षा करना (Self‑Defense Behavior)

मुश्किल हालात में बच्चा खुद को सही तरीके से पेश करता है या बचाता है यह भी गुण एक जीनियस बच्चे में होता है। अगर वो आत्मविश्वास के साथ अपनी बातें आपके सामने रखता है तो आपको ये देखकर खुश होना चाहिए कि वो एक जीनियस बच्चा है।

5. हर काम खुद करने की जिद्द(Independence)

अगर आपका बच्चा लगातार यह कहता है कि ये काम मुझे खुद करना है तो फिर उसे रोके नहीं। हर काम को खुद करने की चाहत यह दिखाता है कि वो आत्मनिर्भर रहना चाहता है और उसकी सोच स्वतंत्र है। जो कि जीनियस बच्चों की एक मजबूत आदत होती है

इन संकेतों को समझकर कैसे बैस्ट दें सपोर्ट?

उसे किताबों और गतिविधियों से परिचित कराएं।

ध्यान मन लगाने वाले काम चुनें जैसे पजल या क्राफ्ट।

कल्पना कहानियां सुनने और सुनाने को बढ़ावा दें।

आत्म‑रक्षा समस्या सुलझाने की खेलों या रोल‑प्ले दें।

स्वतंत्रता हल्के टास्क खुद करने को प्रोत्साहित करें।