सार
Commitment without consent:शादी तय होते है आज के दौर में लड़का-लड़की बातचीत या मिलना शुरू कर देते हैं। इस दौरान होने वाला पार्टनर नाजायज मांग जैसे फिजिकल होने की बात कर सकता है। ऐसे में क्या करना चाहिए आइए जानते हैं।
Commitment without consent: शादी से पहले सगाई और फिर मुलाकात या बातचीत का दौर शुरू हो जाता है। लड़का-लड़की के पास इस दौरान एक दूसरे को जानने-समझने का वक्त होता है। लेकिन कभी-कभी होने वाला पार्टनर कुछ ज्यादा ही खुल जाता है और वो शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालने लगता है। ऐसे में एक लड़की असहज हो जाती है। शादी टूटने के डर से वो कभी-कभी उसकी बात मान लेती है। लेकिन कई बार धोखा हो जाता है। हेल्दी रिलेशनशिप की नींव सम्मान, सहमति पर टिकी होती है। अगर आपको लगता है कि ऐसा करना उचित नहीं है तो फिर हम आपको यहां पर ऐसे सिचुएशन से बचने के लिए कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिसे आप फॉलो कर सकती हैं।
अपनी भावनाओं को साफ करें
अपने होने वाले पार्टनर से साफ बातचीत करें और बताएं कि शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने में सहज नहीं हैं। उन्हें बताएं कि आपकी कुछ सीमाएं हैं। आप अपने मूल्यों से भटक नहीं सकती हैं। अगर पार्टनर समझदार होगा तो आपकी बातों को बिल्कुल समझेगा।
बॉर्डर ना क्रॉस करें
अगर आप अपनी स्थिति को क्लीयर कट में रख देती हैं तो फिर उसपर टिके रहिएगा। सामने वाले के दबाव या इमोशनल ब्लैकमेल में ना आएं। वो कहेगा कि शादी तो मैं तुमसे ही करने वाला हूं, बावजूद अपने फैसले पर अडिग रहिएगा।
रिश्ते के भविष्य पर विचार करें
अगर आपका पार्टनर आपकी सीमाओं और इच्छा का सम्मान करने को तैयार नहीं और लगातारा प्रेशर बना रहा है तो आपको इस रिश्ते को लेकर सोचना चाहिए। जब होने वाला पार्टनर आपका सम्मान नहीं करता, आपकी इच्छा को नहीं मानता तो शादी के बाद आपके साथ क्या कर सकता है वो आप सोच सकती हैं। ऐसे में रिश्ता तोड़ देना आपके लिए बेहतर होगा।
सिक्योरिटी को प्रॉयरिटी दें
सबसे अहम बात अपनी सिक्योरिटी से समझौता ना करें। अगर पार्टनर आपके साथ बदसलूकी इसके लिए कर रहा है तो फिर इसके बारे में घरवालों को बताएं। इस रिश्ते से जितनी जल्दी हो सकें बाहर निकल जाएं।