सार

Covid 19 cases: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जानिए किन लोगों को बूस्टर डोज लेना जरूरी है। कमजोर इम्यूनिटी, क्रॉनिक डिजीज से पीड़ित और सांस की तकलीफ वाले लोगों को बूस्टर वैक्सीन की सलाह दी जाती है। संक्रमण से बचाव के लिए मास्क और सावधानी जरूरी।

Booster shots needed again covid 19 cases: तेजी से कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को बहुत सावधानी रखने की जरूरत है। मई में सिंगापुर में करीब 14 हजार मामले आए, वहीं हांगकांग में 10 हफ्तों में करीब 30 गुना तक मामले बढ़ गए। तेजी से लोगों की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मन में कई तरह के सवाल आ रहे हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि आखिर किसे कोरोना के बूस्टर डोज की जरूरत होती है। जानिए किन लोगों बढ़ते कोरोना केस के बीच में कोरोना के बूस्टर डोज लेने चाहिए।

कोरोना में कमजोर इम्यूनिटी के लिए बूस्टर डोज 

कोरोना की बढ़ती लहर में क्रॉनिक डिजीज से लेकर रेस्पिरेटरी डिजीज वाले लोगों को बूस्टर डोज की जरूरत होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज, कैंसर जैसी बीमारियों में बूस्टर डोजी लेने की जरूरत होती हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को बूस्टर डोज जरूर लगवाना चाहिए। आप इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लेने चाहिए। 

कोरोना में शरीर में क्या परिवर्तन होता है?

कोरोना के कारण शरीर कमजोर होने लगता है। अगर व्यक्ति पहले से सांस की बीमारी या अन्य किसी बीमारी से संक्रमित है तो उसे बूस्टर डोज जरूर लेना चाहिए। कमजोरी के कारण शरीर में कोरोना का संक्रमण अधिक बढ़ जाता है। व्यक्ति को सांस फूलने से लेकर बुखार, कमजोरी अधिक लक्षण दिखने लगते हैं। साथ ही व्यक्ति गंभीर हालत में पहुंच जाता है। 

कोरोना संक्रमण के दौरान रखें सावधानी

  1. कोरोना के बढ़ते केस के दौरान सावधानी रखने से बीमारी की गंभीरता से बचा जा सकता है। जानिए इस दौरान क्या सावधानी रखनी चाहिए।
  2. घर के बाहर जाएं तो मास्क जरूर पहनें। मास्क पहनने से संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है। 
  3. खांसते या फिर छिंकते समय नाक को पूरी तरह से ढक लें ताकि संक्रमण का असर दूसरे व्यक्ति तक न फैले। 
  4. अगर किसी अन्य देश की यात्रा कर रहे हैं तो विशेष सावधानी रखें। बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और इलाज कराएं।