सार

Dubai viral kunafa chocolate: सोशल मीडिया पर वायरल दुबई की चॉकलेट में हानिकारक केमिकल्स और एलर्जेंस पाए गए हैं। पाम ऑयल और हाई शुगर कंटेंट सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं, एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है।

इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही दुबई की एक खास दिखने वाली चॉकलेट को लेकर गंभीर हेल्थ अलर्ट सामने आया है। दिखने में बेहद प्रीमियम और आकर्षक ये चॉकलेट अब एक्सपर्ट्स की निगाह में आ गई है। वजह इसके अंदर मौजूद ऐसे तत्व जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जी हां, रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दुबई चॉकलेट में कुछ ऐसे हानिकारक केमिकल्स और एलर्जन पाए गए हैं, जिनके कारण यह चॉकलेट सेहत के लिए बेहद खतरनाक बन सकती है। एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि इसमें मायकोटॉक्सिन्स (mycotoxins), कार्सिनोजेनिक केमिकल्स (cancer-causing substances), और अनडिक्लेयर एलर्जेंस हो सकते हैं, जिनका सीधे तौर पर शरीर पर बुरा असर हो सकता है।

लीवर और ब्लड शुगर पर भी असर 

खास चिंता की बात ये है कि इस चॉकलेट में पाम ऑयल (Palm Oil) और हाई शुगर कंटेंट काफी मात्रा में इस्तेमाल हो रहा है। पाम ऑयल में सैचुरेटेड फैट अधिक होता है, जो टाइप 2 डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और फैटी लिवर जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। वहीं अधिक चीनी के सेवन से वजन बढ़ने, हार्मोनल इम्बैलेंस और इंसुलिन रेसिस्टेंस जैसी स्थितियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।

पाम ऑयल और शुगर बम

मीठे जहर का कॉम्बिनेशन रिपोर्ट्स यह भी बताती हैं कि इस चॉकलेट में पाम ऑयल और अत्यधिक मात्रा में शक्कर (Refined Sugar) का प्रयोग किया गया है। पाम ऑयल में मौजूद सैचुरेटेड फैट्स शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाकर दिल की बीमारियों, मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकते हैं। वहीं ज़्यादा चीनी का सेवन न सिर्फ वज़न बढ़ाता है, बल्कि शरीर की इम्यूनिटी भी कमजोर कर सकता है।

एलर्जी और पाचन से जुड़ी समस्याएं 

कुछ उपभोक्ताओं ने शिकायत की है कि चॉकलेट खाने के बाद उन्हें पेट दर्द, उल्टी, स्किन एलर्जी जैसी समस्याएं हुईं। यदि उत्पाद में सामग्री को सही से डिक्लेयर नहीं किया गया है, तो यह एलर्जिक रिएक्शन का कारण बन सकता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिन्हें नट्स, डेयरी या ग्लूटन से एलर्जी है।

वायरल चीजें हमेशा सही नहीं होतीं ये घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि जो चीज सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हो, वो जरूरी नहीं कि सेहत के लिए भी सुरक्षित हो। हर चमकदार पैकेजिंग और विदेशी टैग के पीछे जरूरी नहीं कि क्वालिटी और सेफ्टी हो। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि कोई भी प्रॉडक्ट खरीदने से पहले उसकी सामग्री, सोर्स और रिव्यू जरूर जांचें।