Cancer:कैंसर से जुड़ी आम गलतफहमियों को जानिए और सच्चाई समझिए। स्किन टोन, स्मोकिंग, बायोप्सी, और इलाज से जुड़े कैंसर मिथक और फैक्ट्स जरूर पढ़ें।

Cancer Myths: कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। 2022 में, भारत में 14 लाख से ज्यादा नए कैंसर के केस सामने आए और 9 लाख से ज्यादा मौतें हुईं। लाइफस्टाइल हेल्दी हो या फिर अनहेल्दी, कैंसर किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। कैंसर को लेकर लोगों के मन में कई तरह की गलतफहमियां होती हैं, जिन्हें दूर करना बेहद जरूरी होता है। अगर आपको भी कैंसर को लेकर मन में कोई प्रश्न है या फिर गलत जानकारी है तो कैंसर से जुड़े मिथक आपको जरूर पढ़ने चाहिए।

1.मिथ: गहरे रंग वाले लोगों को स्किन कैंसर का खतरा नहीं होता है।

फैक्ट: यह बहुत बड़ा मिथक है कि डार्क स्किन कलर होने पर स्किन कैंसर का खतरा नहीं होता। स्किन कैंसर सभी प्रकार की स्किन टोन वाले व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है। फेयर स्किन में कैंसर का खतरा अधिक होती है। 

2.मिथ: सिर्फ स्मोकिंग करने वाले लोगों को ही फेफड़े का कैंसर होता है। 

फैक्ट: फेफड़ों के कैंसर का मुख्य कारण स्मोकिंग हो सकता है लेकिन पैसिव स्मोकिंग, पॉल्यूशन या जेनेटिक कारणों से भी लंग कैंसर होता है।

3.मिथ: बारिश के दिनों में सनस्क्रीन नहीं लगानी चाहिए।

फैक्ट: स्किन कैंसर की संभावना यूवी रेज बढ़ाती हैं। क्योंकि यूवी रेज का खतरा बारिश के दिनों में भी होता है इसलिए बारिश के मौसम में भी सनस्क्रीन जरूर लगाना चाहिए।

4.मिथ: बायोप्सी या सर्जरी कराने से पूरे शरीर में कैंसर फैलता है।

फैक्ट: बायोप्सी एक डायग्नोस्टिक प्रोसेस होती है जिससे कैंसर के बारे में जानकारी मिलती है। वहीं सर्जरी कराने से कैंसर युक्त हिस्से को हटाने में मदद मिलती है। दोनों ही तरीकों से कैंसर फैलता नहीं है बल्कि ट्रीटमेंट में मदद मिलती है। 

5.मिथ: सभी कैंसर का इलाज संभव नहीं है। ये बीमारी कभी पूरी तरह ठीक नहीं होती है।

फैक्ट: ब्रेस्ट कैंसर से लेकर स्किन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर आदि के बारे में शुरुआती जानकारी मिल जाए तो कैंसर का खात्मा किया जा सकता है। कैंसर की चौथी स्टेज का ट्रीटमेंट कठिन हो जाता है क्योंकि शरीर के बाकी हिस्सों में भी कैंसर फैलने लगता है।

गलत जानकारी  कैंसर के ट्रीटमेंट में परेशानी पैदा कर सकती है। अगर आपको कैंसर को लेकर कोई प्रश्न पूछना हो तो किसी और से पूछने के बजाय सीधा डॉक्टर से संपर्क करें।