सार

कोविड-19 के नए सबवेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 से खतरा बढ़ गया है। लंग्स पेशेंट्स को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन, बूस्टर डोज और सतर्कता जरूरी है। जानें लंग्स से जुड़ी सावधानियां।

Covid 19 and lung problems:  कोविड-19 इंफेक्शन ने भारत में दस्तक दे दी है। अब तक वायरस के सबवेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 की पहचान हो चुकी है। देश के विभिन्न राज्यों जैसे कि महाराष्ट्र, कर्मनाटका, दिल्ली आदि में तेजी से कोरोना रहा है। ऐसे में कोरोना से बचने के लिए लोग कई तरह के जतन कर रहे हैं। फेफड़ों की समस्या झेल रहे पेशेंट्स को कोरोना में खास तौर पर ध्यान की जरूरत है।जानिए कोरोना के दौरान लंग्स पेशेंट्स को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। 

लंग्स पेशेंट्स लगवाएं कोरोना का टीका

कोविड-19 इंफेक्शन का सीधा असर फेफड़ों में होता है। व्यक्ति तेजी से सास लेता है और इम्यूनिटी बुरी तरह से प्रभावित होती है। कोविड से बचने के लिए लंग्स पेशेंट्स को एंटीवायरल दवाओं के साथ ही वैक्सीन भी लेना चाहिए। अगर कोरोना इंफेक्शन का ध्यान न दिया जाए तो थकान के साथ ही सांस संबंधी समस्या भी हो सकती है। समय पर टीका और बूस्टर डोज कोरोना पेशेंट्स लगवाना न भूलें।

लंग्स को नहीं पहुंचेगा नुकसान

कोरोना इंफेक्शन जब शरीर में होता है तो इम्यूनिटी की अधिक प्रक्रिया के कारण अंगर में सूजन आन लगती है। वहीं अनकंट्रोल्ड स्वेलिंग के कारण ऑक्सीजन टिशू तक नहीं पहुंच पाती है। सूजन के कारण लंग्स में गांठ के निशान भी रह सकते हैं जिन्हें ठीक होने पर समय लग सकता है। कोरोना के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और इलाज कराएं। 

निमोनिया की समस्या से करें बचाव

कोरोना इंफेक्शन हो जाने के कारण निमोनिया की संभावना भी बढ़ जाती है। एयर सेक में फ्लूड भर जाता है। अगर सही समय पर इलाज न मिले तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। कोरोना के देश में बढ़ते केस के बीच कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को खासतौर पर सावधान रहने की जरूरत है। बूस्टर डोज लगवाने के साथ ही इम्यनिटी बढ़ान वाले फूड्स को जरूर खाएं। साथ ही डॉक्टर्स से संपर्क करें।