Yoga common Myths and facts: योग से जुड़े आम मिथकों को जानिए और उनके पीछे की सच्चाई को समझिए। क्या योग से वजन घटता है? क्या योग के लिए पूरी लाइफस्टाइल बदलनी पड़ती है?  

स्वस्थ रखने के लिए लोग जिम जाने से लेकर पैदल चलने और योग का सहारा लेते हैं। तेजी से वजन कम करना हो या तुरंत बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन चाहिए, लोगों योग के बजाय जिम जाना बेहतर समझते हैं। वहीं योग के माध्यम से शरीर को स्वस्थ रखना कुछ लोगों के लिए कठिन काम है। योग को लेकर लोगों के मन में गलत धारणाएं भी हैं जिसके कारण वह योग नहीं करते। अगर आपके मन में भी योग को लेकर गलत बातें हैं तो आपको सही बातें जरूर जानी चाहिए ताकि आप योग के महत्व को समझ सके।आईए जानते हैं योग से जुड़े मिथक के बारे में।

मिथ: योग करने से शरीर को बहुत धीमी गति में लाभ पहुंचता है।

फैक्ट: अगर आपको लगता है कि बहुत सारा पसीना बहाने के बाद ही शरीर स्वस्थ रहता है तो यह गलत विचार है। फिटनेस सिर्फ इस बात पर निर्भर नहीं करती है कि आप कितनी तेजी से चलते हैं बल्कि इस बात पर निर्भर करता हैं कि कितने ध्यान और लगातार चलते रहते हैं। योग में तेजी के साथ ध्यान भी होता है जो कि शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।

मिथ: योग करने से वजन नहीं घटता है।

फैक्ट: योग करने से वजन घटाया जा सकता है लेकिन आपको इसके फैक्ट को समझना होगा कि कई योग ऐसे होते हैं जो आपकी पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। तनाव कम करते हैं और कॉर्टिसोल के सिकरीशन को ट्रिगर करते हैं। इन सब के कारण वजन कम करने में मदद मिलती है। अगर आप योग की मदद से वजन कम करना चाहते हैं तो किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही योग करें।

मिथ: योग का मतलब अपनी लाइफस्टाइल को पूरा बदलना होता है।

फैक्ट: योग में पूरी लाइफस्टाइल बदलने की जरूरत नहीं होती है। यह जरूरी नहीं है कि अगर आप योग कर रहे हैं तो सुबह कॉफी पीना छोड़ दें या कच्चा सलाद खाएं या फिर फ्राई खाना बिल्कुल बंद कर दें। योग से मतलब पहाड़ों पर जाने से संबंधित भी नहीं है। योग एक प्रकार की जागरूकता को बढ़ावा देना है। ये आप के ऊपर निर्भर करता है कि योग को कैसे अपने जीवन में लेकर आते हैं। आप योग की शुरुआत साप्ताहिक क्लास से कर सकते हैं। जरूरी नहीं है कि आप रोजाना 1 से 2 घंटे योग करें। योग की शुरुआत के लिए धीरे-धीरे आगे बढ़ें। माइंडफुलनेस से शुरुआत करें जिसमें सांस की क्रिया शामिल होती है। योग को अपनाने के लिए सख्त जीवन शैली अपनाना जरूरी नहीं हैं।