सार
आज यानी 21 मई को International Tea Day मनाया जाता है, चलिए इस खास दिन पर जानते हैं इसके बारे में जो भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों के दिन की शुरुआत बन चुका है। चाय किसी के लिए अमृत साबित हो सकती है तो किसी के लिए धीमा ज़हर भी? चाय तब तक अमृत है, जब तक आप इसे संयम और समझदारी से पीते हैं। लेकिन वही चाय यदि आदत या लत बन जाए, तो धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाने लगती है। International Tea Day पर संकल्प लें कि चाय को स्मार्ट और हेल्दी तरीके से पिएंगे – ताकि स्वाद, सुकून और स्वास्थ्य तीनों का संतुलन बना रहे।
चाय पीने के फायदे (जब सही तरीके से पी जाए):
1. एनर्जी और अलर्टनेस बढ़ाती है
चाय में मौजूद कैफीन दिमाग को सतर्क रखने में मदद करता है और आलस्य दूर करता है।
2. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
ग्रीन टी और ब्लैक टी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स शरीर को डिटॉक्स करते हैं और इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं।
3. पाचन में मददगार
अदरक या तुलसी वाली चाय पाचन में सुधार करती है और पेट की गैस, अपच आदि में राहत देती है।
4. स्ट्रेस कम करती है
शाम को एक कप हल्की चाय मूड को रिलैक्स करती है और स्ट्रेस हार्मोन को बैलेंस करती है।
चाय पीने के नुकसान (जब गलत तरीके से पी जाए):
1. खाली पेट पीना – शरीर के लिए जहर
खाली पेट चाय एसिडिटी और गैस का कारण बनती है। इससे मेटाबॉलिज्म भी बिगड़ सकता है।
2. बहुत ज़्यादा कैफीन – थकान और निर्जलीकरण
दिन में 3-4 कप से ज़्यादा चाय पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और नींद भी प्रभावित हो सकती है।
3. दूध और शक्कर वाली चाय – मोटापा और डायबिटीज की दोस्त
ज़्यादा शक्कर और फुल क्रीम दूध वाली चाय कैलोरीज़ बढ़ाती है और फैट जमा करती है।
4. भोजन के साथ या तुरंत बाद – आयरन अब्जॉर्प्शन कम करती है
चाय में टैनिन्स होते हैं जो आयरन के अवशोषण को रोकते हैं, जिससे एनीमिया की संभावना बढ़ती है।
चाय पीने का सही समय:
- सुबह उठते ही चाय पीने से गैस्ट्रिक एसिड को बढ़ाता है।
- नाश्ते के बाद या भोजन के कुछ देर बाद चाय पीने से ये पाचन में मदद करता है।
- दोपहर में थकावट के समय चाय पीते हैं तो ये एनर्जी को बूस्ट करता है।
- रात में सोने से पहले चाय पीने से ये नींद में बाधा डालता है।
हेल्दी चाय पीने के टिप्स:
- ग्रीन टी या हर्बल टी को दें प्राथमिकता।
- दूध और शक्कर की मात्रा सीमित करें।
- भूखे पेट कभी चाय न पिएं।
- ज्यादा गर्म चाय न पिएं – इससे गले और पेट की परत को नुकसान होता है।
- दिन में 2 बार चाय पर्याप्त है।
- अदरक, तुलसी, सौंफ, दालचीनी जैसी जड़ी-बूटियों वाली चाय अपनाएं।