सार
Unhealthy Drinks: एनर्जी ड्रिंक्स, शराब, डाइट सोडा, मीठे पेय और कॉफ़ी जैसी चीज़ें दिमाग़ के लिए ज़हर समान हैं। इनके सेवन से याददाश्त कमज़ोर होती है और कई गंभीर मानसिक बीमारियाँ हो सकती हैं।
Health Tips: हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग दिमाग होता है। दिमाग हमारे पूरे शरीर को नियंत्रित करता है। दरअसल, हम जो भी खाते हैं, उसका सीधा असर हमारे दिमाग पर पड़ता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छा खाना जरूरी है, लेकिन जाने-अनजाने में हम कई बार ऐसी चीजों को अपनी आदतों में शामिल कर लेते हैं जो हमारे दिमाग के लिए जहर साबित हो सकती हैं। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि वो कौन सी ड्रिंक्स हैं जो आपके दिमाग पर बुरा असर डालती हैं।
वो कौन सी ड्रिंक्स हैं (Which are those drinks)
चाहे आप किसी पार्टी में जाएं या दोस्तों के साथ कहीं बैठें, लोगों को ड्रिंक्स पीना बहुत पसंद होता है। कई बार लोग उन ड्रिंक्स को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेते हैं। लेकिन ये कुछ ऐसी ड्रिंक्स हैं जो दिमाग के लिए जहर का काम करती हैं।
एनर्जी ड्रिंक्स (Energy drinks)
आज के समय में लोगों ने एनर्जी को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है। उन्हें लगता है कि एनर्जी ड्रिंक्स शरीर की थकान दूर करने में उनकी मदद करती हैं, लेकिन एनर्जी ड्रिंक्स में भारी मात्रा में शुगर और कैफीन होता है। इससे दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही इससे याददाश्त पर भी बुरा असर पड़ता है।
शराब (Alcohol)
आमतौर पर लोग शराब पीते समय सोचते हैं कि कम मात्रा में पीने से कोई नुकसान नहीं होगा। ऐसा नहीं है, शराब चाहे ज़्यादा मात्रा में पी जाए या कम मात्रा में, यह दिमाग के लिए ज़हर का काम करेगी। इसे पीने के बाद सोचने-समझने की क्षमता खत्म हो जाती है। कई बार ज़्यादा शराब पीने से दिमाग की कोशिकाएँ नष्ट होने लगती हैं। इसके अलावा इसे पीने से गंभीर मानसिक बीमारियाँ भी हो सकती हैं।
डाइट सोडा (Diet Soda)
फिटनेस बनाए रखने के लिए बाज़ार में डाइट सोडा भी उपलब्ध है। लोग इसे बड़े चाव से पीते हैं लेकिन यह दिमाग के लिए बहुत नुकसानदायक है। इसे पीने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसकी जगह नींबू पानी पिया जा सकता है।
ज्यादा मीठा पेय (Extra sweet drinks)
सॉफ्ट ड्रिंक, पैक्ड जूस, आज के समय में लोग इन सब को बड़े चाव से खरीदते और पीते हैं और अपने बच्चों को भी पिलाते हैं, लेकिन इनमें चीनी की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है। ज़्यादा चीनी दिमाग में सूजन लाने लगती है जिससे लोग सोचने-समझने की क्षमता खो देते हैं।
कॉफी (Coffee)
चाहे ऑफ़िस में काम करने वाले लोग हों या पढ़ाई करने वाले लोग, हर कोई अपने आलस को दूर करने के लिए कॉफ़ी का सहारा लेता है। उन्हें नहीं पता कि कॉफी में बहुत ज़्यादा कैफीन होता है। कैफीन की मदद से आलस्य कुछ देर के लिए ज़रूर दूर हो जाता है लेकिन इससे दिमाग में कई तरह के बदलाव आते हैं जैसे घबराहट महसूस होना, नींद न आना, बेचैनी होना।