सार

दोपहर में सोना वजन बढ़ाता है, यह एक मिथक है! जानें कैसे स्मार्ट तरीके से झपकी लेने से मिलते हैं कई फायदे और कब हो सकते हैं नुकसान।

दोपहर में सोना अपने-आप में मोटापा बढ़ाने का कारण नहीं होता, लेकिन यदि आपकी लाइफस्टाइल सुस्त है, खानपान गलत है और दोपहर की नींद ज्यादा देर तक या बहुत भारी भोजन के तुरंत बाद ली जाती है, तो यह वजन बढ़ाने में सहायक हो सकता है। दोपहर में सोना वजन बढ़ने का कारण तभी बनता है जब आप इसे गलत तरीके से अपनाते हैं – जैसे बहुत देर तक सोना, भारी खाना खाकर तुरंत लेटना, और पूरे दिन एक्टिव न रहना। अगर आप स्मार्ट ढंग से दोपहर में थोड़ी देर की नींद लेते हैं, तो यह शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद है। तो चलिए जानते हैं दोपहर में सोने से क्या सच में मोटापा बढ़ता है?

दोपहर में सोने से क्या वजन और मोटापा बढ़ता है

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जब वजन नहीं बढ़ता:

  • अगर आप हल्का लंच करने के बाद थोड़ा आराम करते हैं।
  • सोने से पहले 15-20 मिनट टहला जाए।
  • नींद की अवधि 20–30 मिनट तक सीमित रहे।

जब वजन बढ़ सकता है:

  • भारी भोजन के तुरंत बाद बिस्तर पकड़ लेना।
  • दोपहर में 1 घंटे से ज्यादा सोना।
  • दिन में लगातार सुस्ती और शारीरिक गतिविधि की कमी।

दोपहर में सोने के फायदे (Benefits of Afternoon Nap):

ब्रेन को रिचार्ज करता है:

थकान मिटती है और मानसिक सतर्कता बढ़ती है।

दिल के लिए अच्छा:

रिसर्च में पाया गया कि छोटी दोपहर की नींद से हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।

तनाव कम करता है:

दोपहर की नींद शरीर को रिलैक्स करती है और कॉर्टिसोल लेवल घटाती है।

फोकस और क्रिएटिविटी बढ़ती है:

माइंड को रिफ्रेश करने से काम में फोकस बेहतर होता है।

इम्युनिटी बूस्ट होती है:

दिन के बीच में थोड़ी नींद शरीर को रिकवर करने का मौका देती है।

दोपहर में सोने के नुकसान (Side Effects if Not Done Right):

  • ज्यादा देर सोने से नींद चक्र गड़बड़ा सकता है – रात की नींद में परेशानी आ सकती है।
  • सोकर उठने पर सुस्ती (Sleep Inertia) – बहुत गहरी नींद से उठने पर मानसिक भ्रम या सुस्ती बनी रह सकती है।
  • वजन बढ़ने की संभावना – अगर नींद के तुरंत पहले या बाद में शारीरिक गतिविधि नहीं हो रही हो।
  • रात की नींद प्रभावित होना – देर दोपहर की नींद से रात को नींद आने में देर हो सकती है।

दोपहर में कितनी देर सोना चाहिए? (Ideal Nap Duration)

नींद की अवधि प्रभाव

  • 10-20 मिनट सबसे उपयुक्त, रिफ्रेशमेंट और अलर्टनेस के लिए बेहतरीन।
  • 30-45 मिनट मानसिक थकान दूर करता है, पर कुछ को उठते वक्त सुस्ती हो सकती है।
  • 60 मिनट या ज्यादा गहरी नींद की स्थिति, जागने पर सुस्ती, लेकिन मेमोरी में सुधार संभव।
  • 90 मिनट से ज्यादा शरीर के सर्कैडियन रिदम को बिगाड़ सकता है, जिससे रात की नींद पर असर पड़ता है।

दोपहर में सोने का सही समय

  • लंच के 30–45 मिनट बाद सोना सबसे उपयुक्त है।
  • दोपहर 1:00 बजे से 3:00 बजे के बीच सोना सबसे बेहतर माना जाता है।
  • इससे सर्कैडियन रिदम पर असर नहीं पड़ता और रात की नींद भी अच्छी आती है।