सार
COVID-19 India cases today: भारत में कोविड-19 केसों में तेजी से बढ़ोतरी – केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे ज्यादा एक्टिव मामले। जानें नए वेरिएंट JN.1, LF.7 और NB.1.8.1 पर वैक्सीन का असर, राज्यवार आंकड़े और सावधानी के उपाय।
Covid Cases in India: एशियाई देशों में कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं भारत में भी कोरोना केसों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। देश में एक्टिव मामलों की संख्या 1326 पहुंच चुकी है। जम्मू-कश्मीर में दो नये मामले सामने आए हैं। एक तरफ कोविड के केसों में बढ़ोतरी हो रही है तो दूसरी ओर मौत के आंकड़े भी बढ़ते आ जा रहे हैं। अभी तक कोरोना से 6 राज्यों में 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
ज्यादातर राज्यों से सामने आ रहे कोविड केस
आंकड़ों के अनुसार, अभी तक सबसे ज्यादा केस केरल से सामने आये हैं। यहां पर 430 लोग कोविड-19 से ग्रस्त हैं। जबकि महाराष्ट्र में 325, दिल्ली में 104, कर्नाटक में 100, तमिलनाडू में 69, गुजरात में 64 और यूपी में 30 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा राजस्थान में 22, हरियाणा में 13 और पश्चिम बंगाल में 11 एक्टिव केस हैं।
नए वेरिएंट पर वैक्सीन का असर हैं नहीं ?
भारत में कोरोना के चार नए वेरिएंट पाये जा चुके हैं। जो LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 हैं। सबसे ज्यादा संक्रमित करने वाला वेरिएंट JN.1 हैं। हालांकि WHO ने इसके कोई खास इमरजेंसी जारी नहीं की है पर निगरानी की सूची में रखा है। इस वेरिएंट पर जहां तक वैक्सीन के असर की बात है एक्सपर्ट्स मानते हैं, वैक्सीन लगे होने के बाद भी सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। इस पर वैक्सीन का असर पूरी तरह से नहीं होता है लेकिन वैक्सीन इस वायरस के खिलाफ शरीर को लड़ने की क्षमता देती है।
JN.1 वेरिएंट आखिर क्या है ?
JN.1, ओमिक्रॉन के BA.2.86 का सबटाइप है। जो पहली बार भारत में 2023 के आखिर में भारत में पाया गया था। धीरे-धीरे ये वेरिएंट पूरे विश्व में फैल गया। इसे WHO ने “Variant of Interest” करार दिया था। इस वेरिएंट के लगभग 30 म्यूटेशन हैं। जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करते हैं। ये दूसरेंृ वेरिएंट के मुकाबले जल्द फैलता है लेकिन इसे बहुत गंभीर श्रेणी में नहीं रखा जा सकता है।