सार

Cocoa and Tea Intake on Blood Pressure: चॉकलेट और चाय, दोनों ही दिल की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं। लेकिन ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने और ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में इन दोनों में से कौन ज़्यादा फायदेमंद है, और ये कैसे काम करते हैं, ये जानना ज़रूरी है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 1.28 बिलियन एडल्ट हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं। यह आम, लेकिन खतरनाक स्थिति स्ट्रोक, दिल का दौरा, हृदय गति रुकना, गुर्दे की क्षति और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। हाल ही में, वैज्ञानिकों ने एक नए शोध में पाया है कि कुछ सामान्य फूड आइटम, रक्तचाप को कम करने में दवाओं की तरह काम कर सकते हैं। खास तौर पर, डार्क चॉकलेट और चाय इसमें अहम भूमिका निभाते हैं।

फ्लेवन-3-ओल्स क्या हैं?

फ्लेवन-3-ओल्स प्राकृतिक पौधे-आधारित यौगिक हैं जो कोको, चाय, सेब और अंगूर जैसे कई सामान्य खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। ये अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाने जाते हैं। ये यौगिक रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने और रक्त प्रवाह में सुधार करने में मदद करते हैं।

रिसर्च क्या कहती है?

रक्तचाप में कमी: फ्लेवन-3-ओल्स से भरपूर खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन से रक्तचाप के स्तर में शानदार कमी देखी गई। खासकर, उच्च रक्तचाप वाले लोगों पर इसका प्रभाव अधिक था। कुछ मामलों में, इन फूड आइटम का प्रभाव कुछ रक्तचाप की दवाओं के प्रभाव के बराबर था।

रक्त वाहिका की हेल्थ: फ्लेवन-3-ओल्स रक्त वाहिकाओं की आंतरिक परत (एंडोथेलियम) के कार्य को बेहतर बनाने में भी मददगार पाए गए। यह समग्र हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। रक्तचाप में बदलाव के बिना ही यह सुधार हुआ, जो रक्त परिसंचरण तंत्र पर व्यापक सकारात्मक प्रभाव का सुझाव देता है।

ज्यादा फायदा: उच्च रक्तचाप या अन्य हृदय रोगों जैसी पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों के लिए फ्लेवन-3-ओल्स से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से होने वाले लाभ अधिक ध्यान देने योग्य थे।

रिसर्च के मुताबिक कितना सेवन करना चाहिए?

डार्क चॉकलेट: लगभग 56 ग्राम, 75% या उससे अधिक कोको वाली डार्क चॉकलेट। डार्क चॉकलेट में 10 ग्राम में 600 मिलीग्राम तक फ्लेवन-3-ओल्स हो सकते हैं। प्राकृतिक कोको पाउडर में इससे भी ज़्यादा हो सकता है। मिल्क चॉकलेट में बहुत कम मात्रा में फ्लेवन-3-ओल्स होते हैं और वाइट चॉकलेट में कोको सॉलिड नहीं होने के कारण फ्लेवन-3-ओल्स नहीं होते।

चाय: तीन कप चाय (लगभग 700 मिली) (ब्लैक टी या ग्रीन टी)।

सेब: दो मीडियम साइज के सेब (लगभग 340 ग्राम)।

हाई ब्लड प्रेशर के मैनेजमेंट में डाइट

इस रिसर्च के परिणाम बहुत आशाजनक हैं, लेकिन इन्हें निर्धारित दवाओं के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। इन फूड आइटम को रोजाना बैलेंस डाइट के रूप में शामिल करना रक्तचाप मैनेजमेंट और हृदय स्वास्थ्य के लिए एक स्वादिष्ट और सुलभ तरीका है। यह रिसर्च, लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों जैसे हाई ब्लड प्रेशर के मैनेजमेंट में डाइट और आदतों के महत्व पर फिर से जोर देता है। डार्क चॉकलेट और चाय जैसे रोजमर्रा के फूड आपके हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करने का एक आसान और सुखद तरीका हो सकते हैं।