Aloe vera vs milk cream for skin: एलोवेरा और मलाई दोनों ही त्वचा के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन आपकी त्वचा के प्रकार के अनुसार कौन सा बेहतर है? जानिए इनके गुण और इस्तेमाल का तरीका।
Home remedies for glowing skin: दमकती हुई, स्वस्थ त्वचा पाना हर किसी का सपना होता है। इसके लिए ढेर सारी केमिकल वाली क्रीम और ट्रीटमेंट के चक्कर में पड़ने से अच्छा है कि हम कुछ प्राकृतिक तरीके अपनाएं। ऐसे ही दो कमाल के नुस्खे हैं एलोवेरा और मलाई (दूध की मलाई)। दोनों का इस्तेमाल सदियों से त्वचा की देखभाल के लिए किया जाता रहा है। लेकिन इनमें से कौन सा आपकी त्वचा के लिए सबसे बेहतर है?
एलोवेरा (Benefits of aloe vera for face)
एलोवेरा एक रसीला पौधा है जिसे 'औषधीय पौधा' भी कहा जाता है। एलोवेरा जेल त्वचा की लालिमा, जलन और सूजन को कम करता है। सनबर्न के लिए यह एक बेहतरीन उपाय है। यह त्वचा को नमी प्रदान करता है और रूखी त्वचा को मुलायम बनाता है। यह त्वचा के तेल को बढ़ाए बिना नमी को संतुलित रखता है। इसमें सैलिसिलिक एसिड, लुपियोल, सिनैमिक एसिड, यूरिया नाइट्रोजन जैसे तत्व होते हैं, जो बैक्टीरिया और फंगस से लड़ने में मदद करते हैं। यह मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नियंत्रित करने में मदद करता है।
एलोवेरा का इस्तेमाल कैसे करें?
एलोवेरा की पत्ती से ताज़ा जेल निकालकर साफ चेहरे पर सीधा लगा सकते हैं। 20-30 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें। एलोवेरा जेल में थोड़ा सा शहद, हल्दी पाउडर या बेसन मिलाकर फेस मास्क की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। रोज़ सुबह मेकअप से पहले मॉइस्चराइज़र की जगह एलोवेरा जेल लगा सकते हैं।
मलाई (Milk cream benefits)
मलाई दूध से निकलने वाला गाढ़ा, वसायुक्त पदार्थ है। इसका इस्तेमाल त्वचा की देखभाल के लिए सदियों से किया जा रहा है। मलाई में मौजूद वसा त्वचा को गहराई से नमी प्रदान करती है और रूखी, पपड़ीदार त्वचा को मुलायम बनाती है। यह खासतौर पर सर्दियों में बहुत फायदेमंद होती है। यह त्वचा के रूखे हिस्सों को मुलायम और कोमल बनाती है। इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड एक हल्के एक्सफोलिएटर की तरह काम करता है, जो त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाकर रोमछिद्रों को खोलने में मदद करता है। यह त्वचा की गंदगी को साफ करके त्वचा को साफ करता है। साथ ही, यह त्वचा की चमक बढ़ाता है, काले धब्बों को कम करता है और त्वचा को प्राकृतिक निखार देता है।
मलाई का इस्तेमाल कैसे करें?
साफ मलाई को चेहरे पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें और 15-20 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें। मलाई में थोड़ा सा हल्दी पाउडर, चंदन पाउडर या शहद मिलाकर फेस मास्क की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। मलाई में थोड़ा सा ओट्स या चावल का आटा मिलाकर हल्के हाथों से रगड़कर डेड स्किन को हटा सकते हैं।
एलोवेरा बनाम मलाई: आपके लिए कौन सा बेहतर है? (Skincare routine with aloe vera and malai)
- इन दोनों प्राकृतिक उपचारों के अपने-अपने अनोखे फायदे हैं। आपकी त्वचा के प्रकार के आधार पर आप तय कर सकते हैं कि आपके लिए कौन सा बेहतर है।
- तैलीय त्वचा और मुँहासे वालों के लिए एलोवेरा बेहतर है। इसके जीवाणुरोधी और सूजनरोधी गुण मुँहासों को नियंत्रित करने और त्वचा के तेल को कम करने में मदद करते हैं। मलाई में ज़्यादा वसा होने के कारण, यह तैलीय त्वचा के लिए तेल को और बढ़ा सकती है।
- ड्राई स्किन वालों के लिए मलाई एक अच्छा विकल्प है। इसकी ज्यादा नमी और पोषक तत्व शुष्क त्वचा को गहराई से पोषण देते हैं और मुलायम बनाते हैं। हालाँकि एलोवेरा भी शुष्क त्वचा के लिए अच्छा है, लेकिन मलाई अतिरिक्त पोषण प्रदान करती है।
- एलोवेरा और मलाई दोनों ही अलग-अलग त्वचा के लिए अनगिनत फायदे प्रदान करते हैं। आप अपनी त्वचा की जरूरत के हिसाब से इनमें से किसी एक को चुन सकते हैं या जरूरत पड़ने पर दोनों को बारी-बारी से इस्तेमाल कर सकते हैं। प्रकृति के इन उपहारों का इस्तेमाल करके, दमकती और स्वस्थ त्वचा पाएँ।