भारत में कई कम जानी-पहचानी सब्जियां हैं जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं। ये सब्जियां डायजेशन, इम्यूनिटी और विटामिन्स का खजाना हैं। जानिए १० ऐसी सब्जियों के बारे में जो आपकी सेहत बदल सकती हैं।
भारत की मिट्टी में सिर्फ आम सब्जियां नहीं, बल्कि कई ऐसी कम जानी-पहचानी देसी सब्जियां (Lesser Known Indian Veggies) भी होती हैं, जो सेहत के लिए किसी सुपरफूड से कम नहीं हैं। ये स्वाद के साथ-साथ डायजेशन, इम्यूनिटी और विटामिन्स का खजाना भी हैं। आज हम आपको 10 ऐसी सब्जियों के बारे में बताएंगे, जो आपके किचन तक नहीं पहुंचीं… लेकिन सेहत को पहुंचा सकती हैं जबरदस्त फायदा, तो चलिए जानते हैं।
न्यूट्रिशन का खजाना है ये भारतीय सब्जियां
1. चायोटे (Chayote / इस्कुस)
कहां पाया जाता है:
उत्तर पूर्व भारत, सिक्किम, असम और दार्जिलिंग के पहाड़ी इलाकों में।
फायदे:
- फाइबर और पोटैशियम से भरपूर, जो ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है।
- कैलोरी में कम, वजन घटाने वालों के लिए बेस्ट।
- पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है।
2. अमरंथ (Amaranth / चौलई)
कहां पाया जाता है:
पूरे भारत में, विशेषकर उत्तर भारत और बिहार में।
फायदे:
- आयरन और कैल्शियम से भरपूर – एनीमिया में लाभकारी।
- डायबिटीज मरीजों के लिए उपयोगी, शुगर को कंट्रोल करता है।
- एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर, स्किन और बालों के लिए भी फायदेमंद।
3. Anne Soppu / Water Spinach (कलमी साग)
कहां पाया जाता है:
दक्षिण भारत, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर में।
फायदे:
- लिवर डिटॉक्स में मदद करता है।
- विटामिन A और C से भरपूर – आंखों और स्किन के लिए लाभकारी।
- पाचन के लिए भी फायदेमंद।
4. लिंगड़ (Lingru / लिंगड़ फर्न)
कहां पाया जाता है: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में।
फायदे:
- फाइबर और मिनरल्स से भरपूर।
- जोड़ों के दर्द और सूजन में आरामदायक।
- सीजनल डिटॉक्स सब्जी मानी जाती है।
5. इमली के पत्ते (Tamarind Leaves)
कहां पाया जाता है: दक्षिण भारत, महाराष्ट्र, झारखंड और छत्तीसगढ़ में।
फायदे:
- इंफेक्शन रोकने की ताकत, आयुर्वेद में औषधीय रूप में प्रयोग।
- खांसी-जुकाम में राहत देने वाला देसी उपाय।
- इम्यूनिटी बूस्टर के लिए बेस्ट साग।
6. अरबी के पत्ते (Colocasia Leaves / पटवा)
कहां पाया जाता है:
पूरे भारत में, खासकर पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर भारत में।
फायदे:
- आयरन और विटामिन C से भरपूर।
- पेट के लिए फायदेमंद और गैस की समस्या से राहत देता है।
- 'पातोड़े' जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों में इस्तेमाल होता है।
7. गोंगुरा (Gongura / केलु)
कहां पाया जाता है:
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में बहुत प्रचलित।
फायदे:
- विटामिन A, C और आयरन से भरपूर।
- खून बढ़ाने में मदद करता है।
- स्वाद में हल्का खट्टा – दाल और अचार में प्रयोग।
8. कुल्फा / Purslane (लूणा या कुल्फा साग)
कहां पाया जाता है: राजस्थान, पंजाब और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में।
फायदे:
- ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर – दिल के लिए बेहतरीन।
- इंफ्लेमेशन कम करता है।
- त्वचा को चमकदार बनाने में सहायक।
9. सफेद कद्दू (White Pumpkin / पेठा)
कहां पाया जाता है: पूरे भारत में आसानी से उपलब्ध।
फायदे:
- शरीर को ठंडक देता है – गर्मियों में बेहद लाभदायक।
- पाचन सुधारता है और वजन घटाने में सहायक।
- स्किन ब्राइटनिंग के लिए फेसपैक में भी इस्तेमाल होता है।
10. लसोड़ा (Lasoda / Glueberry)
कहां पाया जाता है: राजस्थान, गुजरात और उत्तर भारत के शुष्क इलाकों में।
फायदे:
- गले के रोगों, खांसी और कफ में घरेलू औषधि की तरह काम करता है।
- अचार में उपयोग – पेट की सफाई और भूख बढ़ाता है।
- आयुर्वेद में इसे ब्रोंकाइटिस की औषधि माना गया है।