सार

Natural vs chemical ripened mango: रसीले आमों का मौसम है, लेकिन बाजार में केमिकल से पके आम भी मिल रहे हैं। जानिए कैसे पहचानें असली और नकली पके आम में अंतर, ताकि आपकी सेहत को कोई नुकसान न पहुंचे।

How to identify naturally ripened mango: बाज़ार रसीले आमों से भरे पड़े हैं। लेकिन, ज़्यादा मांग के कारण, कुछ लोग आमों को जल्दी पकाने के लिए हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल करते हैं। प्राकृतिक रूप से पके आम और रसायन से पके आम के बीच का अंतर जानना आपकी सेहत के लिए ज़रूरी है।

नेचुरल तरीके से पके आम की पहचान कैसे करें? (How to identify naturally ripened mango)

  • प्राकृतिक रूप से पके आम का छिलका एक समान पीला या नारंगी रंग का होता है। छिलके का रंग पूरी तरह से एक जैसा न होकर, हल्के रंग के अंतर के साथ होता है, जो प्राकृतिक रूप से पकने का संकेत है।
  • प्राकृतिक रूप से पके आम के डंठल के पास से मीठी, खुशबूदार फल की महक आती है। यही खुशबू हमें उसके पके होने का एहसास दिलाती है।
  • आम को हल्के से दबाने पर थोड़ा मुलायम होना चाहिए। अगर यह पत्थर जैसा सख्त है, तो इसका मतलब है कि यह पका नहीं है। वहीं, अगर यह बहुत ज़्यादा मुलायम या मिट्टी जैसा है, तो यह ज़्यादा पक गया है।
  • प्राकृतिक रूप से पके आम को काटने पर, उसका गूदा अच्छा पीला या नारंगी रंग का होगा। स्वाद भी मीठा होगा।

केमिकल से पके आम की पहचान कैसे करें? (Fake vs real mango)

  • केमिकल से पके आम का छिलका चमकदार और एक समान पीले रंग का होगा। कई बार डंठल के पास या छिलके के अन्य हिस्सों पर हरे रंग के धब्बे रह जाते हैं।
  • रसायन से पके आम में खुशबूदार फल की महक नहीं आती।
  • केमिकल से पका आम बाहर से मुलायम लग सकता है, लेकिन अंदर से सख्त होगा।
  • रसायन से पके आम का गूदा हल्के पीले रंग का होगा। इसके अलावा, स्वाद भी प्राकृतिक मिठास के बिना, एक तरह का बनावटी होगा।
  • एक बाल्टी में पानी भरकर उसमें आम डालें। प्राकृतिक रूप से पका आम डूब जाएगा। रसायन से पका आम पानी में तैरेगा। क्योंकि, रसायन आम के घनत्व को कम कर देते हैं।

हानिकारक रसायन

  • कैल्शियम कार्बाइड जैसे रसायन सेहत के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। ये दस्त, उल्टी, त्वचा के घाव, आंखों में जलन और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

किन चीजों से बचें (Chemical-free mango identification)

  • ज़्यादा चमकदार और एक समान रंग वाले आमों से बचें। बिना खुशबू वाले आम न खरीदें।
  • काटने पर सफेद पाउडर या अजीब रंग दिखे तो उस आम को न खाएं।

हमें क्या करना चाहिए?

  • केवल विश्वसनीय और जाने-माने दुकानों से ही फल खरीदें।
  • फलों के रूप, खुशबू और स्पर्श पर ध्यान दें।
  • संदेह होने पर, फलों को काटकर अंदर से भी ध्यान से देखें।
  • भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) जैसे संगठनों के दिशानिर्देशों का पालन करें।
  • सोशल मीडिया या अन्य स्रोतों से मिली बिना प्रमाण वाली जानकारी पर भरोसा न करें।