लू से बचने के लिए शहरों में महंगे ड्रिंक्स की जगह गांवों के देसी नुस्खे अपनाएं। ये पारंपरिक सुपरफूड्स न सिर्फ ठंडक देते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं।
गर्मी के मौसम में ग्रामीण भारत की पारंपरिक खाने-पीने की चीजें किसी अमृत से कम नहीं होतीं। जहां शहरों में लोग महंगे एनर्जी ड्रिंक या कोल्ड ड्रिंक्स पर निर्भर रहते हैं, वहीं गांवों में पीढ़ियों से चली आ रही कुछ देसी चीजें लू से बचाव और शरीर को ठंडक देने का बेहतरीन काम करती हैं। ग्रामीण भारत की ये देसी सुपरफूड्स सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि आज के समय में हेल्दी और नेचुरल Option भी हैं। गर्मियों में इनका सेवन करके आप बिना दवाओं के लू से बच सकते हैं और शरीर को अंदर से ठंडक दे सकते हैं।
ग्रामीण भारत में मशहूर 10 पारंपरिक फूड्स जो गर्मी में शरीर को ठंडक देते हैं और लू से बचाते हैं –
1. बोरे-बासी (Bore Basi)
- क्या है: यह चावल को रातभर पानी में भिगोकर अगली सुबह खाने की परंपरा है, खासकर छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा में खाया जाता है।
- लाभ: यह प्रोबायोटिक, ठंडक देने वाला और पचने में आसान होता है। लू से बचाव करता है और पाचन बेहतर बनाता है।
2. नारियल पानी और ताड़ी (Natural Coolers)
- क्या है: दक्षिण और पूर्वी भारत में नारियल पानी, जबकि कुछ इलाकों में ताड़ी (palm sap) पीने की परंपरा है।
- लाभ: नैचुरल इलेक्ट्रोलाइट से भरपूर, शरीर को तुरंत ठंडा करता है और एनर्जी देता है।
3. छाछ/मत्था (Buttermilk)
- क्या है: दही को पानी में मिलाकर तैयार किया जाता है। इसमें जीरा, हींग और पुदीना डाला जाता है।
- लाभ: पेट को ठंडक देता है, डिहाइड्रेशन से बचाता है और पाचन को दुरुस्त रखता है।
4. बेल का शरबत (Wood Apple Drink)
- क्या है: बेल फल का गूदा, पानी और गुड़ मिलाकर बनाया जाता है।
- लाभ: गर्मी के लिए रामबाण उपाय, पेट की गर्मी शांत करता है और लू से रक्षा करता है।
5. निंबू पानी/शिकंजी (Lemonade)
- क्या है: नींबू, पानी, काला नमक, चीनी और कभी-कभी पुदीना से बना देसी पेय।
- लाभ: शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखता है और लू से राहत दिलाता है।
6 सत्तू शरबत (Sattu Sharbat)
- क्या है: भुने हुए चने का आटा (सत्तू) पानी, नींबू, नमक और काला नमक के साथ मिलाकर बनता है।
- लाभ: यह शरीर को इंस्टेंट एनर्जी देता है, पेट को ठंडा रखता है और लू से बचाता है। बिहार और उत्तर प्रदेश में बेहद लोकप्रिय।
7. कच्ची लस्सी (Sweet/Sour Lassi)
- क्या है: दही को मथकर उसमें पानी, चीनी या नमक मिलाकर बनाई जाती है।
- लाभ: शरीर को ठंडा रखती है, पाचन सही करती है और भूख को बढ़ाती है।
8. तोरई, कद्दू, घीया जैसी ठंडी सब्जियां
- क्या है: गांवों में गर्मी में ऐसी सब्जियों को प्राथमिकता दी जाती है जो स्वाभाविक रूप से ठंडी प्रकृति की होती हैं।
- लाभ: पेट को ठंडा रखती हैं, पानी की कमी नहीं होने देतीं और पचने में आसान होती हैं।
9. बासी रोटी और पानी/दही के साथ
- क्या है: रोटी को रातभर पानी या दही में भिगोकर अगली सुबह खाया जाता है।
- लाभ: शरीर को ठंडक देता है और पेट की गर्मी कम करता है। छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान में आम परंपरा।
10. आम पन्ना (Aam Panna)
- क्या है: कच्चे आम को उबालकर उसमें मसाले और गुड़ या चीनी मिलाकर बनाया जाता है।
- लाभ: शरीर को ठंडक देता है, लू से बचाता है और थकान को दूर करता है।