- Home
- Viral
- ऑक्सफ़ोर्ड का कोरोना वैक्सीन लगाते ही आ रहा तेज बुखार, ट्रायल में शामिल 18 हजार लोगों की बुरी हुई हालत
ऑक्सफ़ोर्ड का कोरोना वैक्सीन लगाते ही आ रहा तेज बुखार, ट्रायल में शामिल 18 हजार लोगों की बुरी हुई हालत
हटके डेस्क: दुनिया कोरोना से लड़ने की तैयारी में है। हर देश इस वायरस का वैक्सीन बनाने में जुटा है। लेकिन अभी तक कोई भी इसके नजदीक नहीं पहुंचा है। हालांकि कुछ दिनों पहले रूस ने इसे लेकर पॉजिटिव रिस्पॉन्स दिया था लेकिन इसका कुछ ख़ास असर या फायदा नहीं दिखा। लेकिन लोगों को सबसे ज्यादा ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के वैक्सीन से उम्मीद थी। लोगों को ऐसा लग रहा था कि साल के अंत तक ये वैक्सीन लोगों के लिए अवेलेबल हो जाएगी। लेकिन इस बीच वैक्सीन के ट्रायल के थर्ड फेज पर रोक लगा दी गई। वजह बनी इसके लगाते ही शख्स के ऊपर हुआ बुरा असर। इस वैक्सीन को लगाते ही तेज बुखार से लेकर कई तरह के नेगेटिव असर भी हुए। अब वो शख्स सामने आया है, जिसपर इस वैक्सीन का नेगेटिव असर पड़ा। शख्स ने खुद बताया कि वैक्सीन लगाने के बाद उसकी बॉडी पर कैसा असर हुआ...
| Published : Sep 11 2020, 11:53 AM IST / Updated: Sep 11 2020, 03:03 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
ऑक्सफ़ोर्ड एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को लगाने के 14 घंटे बाद ही इस वोलेंटियर को तेज सिर दर्द और बुखार आ गया। 35 साल के जैक सोम्मेर्स को इंजेक्शन के बाद बॉडी में काफी दर्द भी हो रहा है।
शख्स पर हुए इस नेगेटिव असर के बाद इस वैक्सीन ट्रायल के तीसरे फेज पर रोक लगा दी गई। वोलेंटियर ने मेलऑनलाइन को बताया कि उसे सबसे पहले इंजेक्शन मई में लगाया गया था, इसके बाद हुए साइडइफेक्ट्स कई दिनों तक रहे थे।
साइडइफेक्ट्स की बात करें तो दूसरे वोलेंटियर ने बताया कि उसे रात के दो बजे ठंड लगने लगती थी। साथ ही उसका तापमान भी 39 डिग्री सेल्सियस था। हालांकि, इस वोलेंटियर ने अपनी पहचान डिस्कलोज नहीं की।
ऑक्सफ़ोर्ड के इस ट्रायल में 18 हजार लोग शामिल थे। इंजेक्शन लगवाने के बाद इनमें काफी कमजोरी आ गई। वो खुद से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। पैरासिटामोल खाने के बाद उन्हें बेटर लग रहा था।
इंजेक्शन लगवाने के बाद उन्हें सिर्फ नींद आ रही थी। पूरे दिन वो सिर्फ सोते रहे। साथ ही सिर में तेज दर्द और बुखार भी था। इस वैक्सीन के कारण तीसरे दिन उनके तापमान में कमी आई लेकिन कमजोरी नहीं गई।
लगभग कई वॉलेंटियर्स में यही समस्या देखने को मिली। इसके बाद इस ट्रायल के तीसरे फेज को रोक दिया गया। हालांकि इसे हमेशा के लिए खत्म नहीं किया गया है। अब एक्सपर्ट्स ट्रायल को ओब्सर्व कर इसे दुबारा से शुरू करेंगे।
एक्सपर्ट्स ने बताया कि किसी भी नए इंजेक्शन के ट्रायल में ऐसी समस्या आती ही है। ये नया नहीं है। लेकिन अब इसपर ऑब्सरवेशन कर दुबारा से इसे शुरू किया जाएगा। लेकिन इस खबर के बाद लोगों में निराशा है। वो चाहते थे कि जल्द से जल्द वैक्सीन बनकर आ जाए लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। शायद अब इस वैक्सीन को आने में थोड़ा और समय लगेगा।