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यूपी में 15 लाख प्रवासी श्रमिकों को काम देने की तैयारी,लिस्ट तैयार;जानें किन्हें मिलेगा काम
लखनऊ(Uttar Pradesh). लॉकडाउन में काम धंधे बंद होने के बाद यूपी वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने की तैयारी यूपी सरकार ने पूरी कर लिया है। यूपी लौटे तकरीबन 25 लाख श्रमिकों में से 15 लाख को पहले चरण में काम देने की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। करीब 15 लाख कामगारों की स्किल मैपिंग का काम पूरा करवा लिया गया है। अब इनकी ट्रेनिंग करवाकर इन्हें रोजगार दिया जाएगा। ट्रेनिंग के दौरान इन्हें ट्रेनिंग भत्ता भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम 11 के साथ हुई बैठक के बाद अफसरों ने इसकी जानकारी दी।
| Published : May 25 2020, 02:34 PM IST / Updated: May 25 2020, 02:35 PM IST
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प्रदेश की योगी सरकार का प्लान है कि लॉकडाउन में वापस अह्पने घरों को आने वाले यूपी के प्रवासी श्रमिकों को अब वापस रोजी-रोटी की तलाश में प्रदेश से बाहर न जाना पड़े। इसके लिए कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटा है। अब तक 14.75 लाख कामगारों व श्रमिकों की स्किल मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। बाकी बचे कामगारों के स्किल मैपिंग का काम तेजी से जारी है।
कामगार/ श्रमिक कल्याण आयोग के द्वारा कराई गई स्किल मैपिंग में 1,51, 492 कामगार रीयल स्टेट डेवलपर, फर्नीचर एवं फिटिंग के 26989 टेक्नीशियन, बिल्डिंग डेकोरेटर 26041, होम केयरटेकरों की संख्या 12633, ड्राइवर 10,000, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स के 4680 टेक्नीशियन, होम एप्लांयस टेक्नीशियन 5884, आटोमोबाइल टेक्नीशियन की संख्या 1558, पैरामेडिकल एवं फार्मा के 596, ड्रेस मेकर 12103, ब्यूटिशियन 1274, हैंडिक्राफ्ट एंड कारपेट्स मेकर 1294 और 3336 सिक्योरिटी गार्डस की स्किल मैपिंग हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने टीम-11 के साथ बैठक में यह भी निर्देश दिए कि जो मैंन पॉवर तैयार किए जा रहे हैं उन्हें अन्य राज्यों में सोशल सिक्योरिटी की गारंटी पर ही अब मुहैया कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के हर कोने में अपने कामगारों व श्रमिकों के साथ सरकार हर मौके पर खड़ी रहेगी।
योगी सरकार हर कामगार श्रमिक को बीमा की सुरक्षा देने की भी तैयारी में है। प्रदेश में एक जनपद के कामगार व श्रमिक को दूसरे जनपद में रोजगार मिलने पर सरकार आवासीय व्यवस्था भी व्यवस्था भी मुहैया कराएगी। कोई भी राज्य सरकार बिना अनुमति के उत्तर प्रदेश के श्रमिकों / कामगारों का उपयोग नहीं कर पाएगी।
अफसरों ने बताया कि सीएम ने बचे हुए तकरीबन 10 लाख प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अब प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश में ही रोजगार उपलब्ध करवाना सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी।