- Home
- Religion
- Spiritual
- घर के मंदिर में होनी चाहिए ये खास चीजें, इनसे घर में बनी रहती है सुख-समृद्धि और खुशहाली
घर के मंदिर में होनी चाहिए ये खास चीजें, इनसे घर में बनी रहती है सुख-समृद्धि और खुशहाली
उज्जैन. प्रत्येक हिंदू परिवार के घर में एक छोटा-सा मंदिर जरूर होता है। सुबह-शाम इस मंदिर में दीपक अवश्य लगाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार घर के मंदिर में वैसे तो किसी भी देवी-देवता के चित्र लगाए जा सकते हैं, लेकिन कुछ विशेष पवित्र चीजें रखने से इस स्थान का महत्व और भी बढ़ जाता है। इससे घर की निगेटिव एनर्जी कम होती है साथ ही सुख-समृद्धि भी बनी रहती है। आगे जानिए इनके बारे में खास बातें…
| Published : Jun 29 2021, 08:59 AM IST / Updated: Jun 29 2021, 11:01 AM IST
- FB
- TW
- Linkdin
1. शालिग्राम शिला
ये गंडकी नदी में पाया जाने वाला एक विशेष प्रकार का पत्थर है। इसे भगवान विष्णु का ही स्वरूप माना जाता है। इस पर चक्र का चिह्न बना होता है। इसे पूजा स्थान पर रखना चाहिए। रोज इनकी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास रहता है।
2. शिवलिंग
पूजा घर में अंगूठे के आकार का शिवलिंग भी होना चाहिए। इससे घर की नकारात्मकता खत्म होती है। रोज विधि-विधान से इसकी पूजा करनी चाहिए।
3. चंदन
इसका उपयोग पूजा-पाठ में किया जाता है। ये एक सुंगधित लकड़ी होती है। भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा में इसका विशेष महत्व है। माथे पर चंदन का तिलक लगाने से मन में शांति रहती है।
4. गरुड़ घंटी
जिन स्थानों पर घंटी बजने की आवाज नियमित आती है, वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है। इससे नकारात्मक शक्तियां हटती है। नकारात्मकता हटने से समृद्धि के द्वार खुलते हैं। घर के पूजा स्थान पर गरुड़ घंटी रखी जाती है।
5. शंख
जिस घर में शंख होता है वहां लक्ष्मी का वास होता है। शंख सूर्य व चंद्र के समान देवस्वरूप है जिसके मध्य में वरुण, पृष्ठ में ब्रह्मा तथा अग्र में गंगा और सरस्वती नदियों का वास है। तीर्थ यात्रा से जो लाभ मिलता है, वही लाभ शंख के दर्शन और पूजन से मिलता है।
6. जल कलश
जल से भरा कलश देवताओं का आसन माना जाता है। इसे मंगल कलश भी कहा जाता है। इसे पूजा स्थान पर रखना चाहिए। इससे घर में पवित्रता बनी रहती है।
7. दीपक
पारंपरिक दीपक मिट्टी का ही होता है। इसमें पांच तत्व हैं मिट्टी, आकाश, जल, अग्नि और वायु। कहते हैं कि इन पांच तत्वों से ही सृष्टि का निर्माण हुआ है। अतः प्रत्येक हिंदू अनुष्ठान में पंचतत्वों की उपस्थिति अनिवार्य होती है।