सार

2025 की पहली तिमाही में कॉलीवुड को कोई खास सफलता नहीं मिली। सुपरस्टार फिल्मों के बावजूद, हिट फिल्मों की संख्या बहुत कम है।

चेन्नई: 2025 की पहली तिमाही में कॉलीवुड के लिए सिर्फ नुकसान की ही खबरें हैं। पोंगल जैसे त्योहार के मौसम और अजित की एक सुपरस्टार फिल्म के बावजूद, इस साल अब तक कोई भी तमिल फिल्म कॉलीवुड से 200 करोड़ के आंकड़े तक नहीं पहुंची है। कुल मिलाकर रिलीज हुई 64 फिल्मों में से सिर्फ 4 फिल्में ही हिट रहीं।

पोंगल की छुट्टियों वाले जनवरी में तमिल में 26 फिल्में रिलीज हुईं, जिनमें से सिर्फ दो ही सफल रहीं। विशाल सुंदर सी की 12 साल बाद रिलीज हुई फिल्म 'मधा गज राजा' (50 करोड़) और मणिकंदन अभिनीत 'कुडुम्बस्थन' (25 करोड़) ही सफल रहीं। बॉक्स ऑफिस पर अन्य फिल्में अपनी लागत का आधा भी वसूलने के लिए संघर्ष करती दिखीं। ट्रैकर्स ने इसे कॉलीवुड के लिए साल की ठंडी शुरुआत बताया।

कॉलीवुड को फरवरी महीने से काफी उम्मीदें थीं। इसका मुख्य कारण अजित की फिल्म 'विडा मुयार्ची' की रिलीज थी। हालांकि, मघिल थिरुमेनी द्वारा निर्देशित यह रोड एक्शन मूवी अजित के करियर की सबसे बड़ी विफलताओं में से एक साबित हुई। यह कॉलीवुड के लिए एक चौंकाने वाली विफलता थी। प्रदीप रंगनाथन अभिनीत एजीएस द्वारा निर्मित 'ड्रैगन' ही एकमात्र फिल्म थी जो सिनेमाघरों में सफल रही। इस फिल्म ने 150 करोड़ कमाए।

धनुष द्वारा निर्देशित 'नीक' नामक बहुप्रतीक्षित फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप रही। इसके साथ ही, वैलेंटाइन डे पर तमिल में 9 फिल्में रिलीज हुईं। बॉक्स ऑफिस के आंकड़ों से पता चलता है कि एक भी फिल्म सफल नहीं रही।

वहीं, मार्च में 'वीर धीरा सूरन' नामक एक फिल्म ने ही बॉक्स ऑफिस पर कुछ हलचल मचाई है। बड़ी उम्मीदों के साथ आई 'किंग्स्टन' भी विफल रही।

कंटेंट ही मुद्दा है, वही सफलता है

सुपरस्टार अजित की फिल्म को भी दर्शक अच्छी कंटेंट न होने के कारण नकार रहे हैं। वहीं, कॉमेडी कंटेंट के साथ आई 'मधा गज राजा' 12 साल बाद भी सफलता हासिल कर रही है। ट्रैकर्स का मानना है कि यह तमिल दर्शकों की देखने की आदतों में बदलाव है।

वहीं, थिएटर मालिकों का कहना है कि लोग थिएटरों में कम आ रहे हैं। ट्रैकर्स का कहना है कि कई लोग मिड-बजट फिल्मों या पहले दिन ही नकारात्मक समीक्षा पाने वाली फिल्मों को ओटीटी पर देखने के लिए टाल रहे हैं। इसलिए, केवल अच्छी समीक्षा पाने वाली फिल्में ही सफल हो रही हैं। ट्रैकर्स का कहना है कि अब बॉक्स ऑफिस का चलन है कि अगर फिल्म सफल होती है तो बड़ी सफलता मिलती है, और अगर विफल होती है तो बड़ी विफलता मिलती है।

बड़ी टिकट वाली फिल्मों से उम्मीदें

कॉलीवुड में हमेशा यह चर्चा होती है कि अभी तक कोई 1000 करोड़ की फिल्म नहीं है। हालांकि, तमिल सिनेमा को अब इस साल की दूसरी तिमाही में आने वाली फिल्मों से उम्मीदें हैं। अजित की 'गुड बैड अगली', कमल हासन-मणि रत्नम की फिल्म 'ठग लाइफ', और रजनीकांत की 'कूली' जैसी फिल्मों में दर्शकों को थिएटरों तक खींचने की क्षमता है। वहीं, ट्रैकर्स चेतावनी दे रहे हैं कि अगर बड़ी टिकट वाली फिल्में दर्शकों को संतुष्ट नहीं कर पाईं तो वे बॉक्स ऑफिस पर गिर जाएंगी।