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'मैं तो मरने में भी नाकाम', भयंकर स्ट्रगल से जूझा सिंगर अब 170 CR का मालिक
सिंगर कैलाश खेर 7 जुलाई को अपना 52वां जन्मदिन। उनके स्ट्रगल और सक्सेस की कहानी बेहद दिलचस्प है, कैसे उन्होंने निराशा से उबरकर म्यूजिक वर्ल्ड में अपना मुकाम हासिल किया।
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21 भाषाओं में 2000 से ज्यादा गानों में आवाज देने वाले सूफी सिंगर कैलाश खेर 7 जुलाई 2025 को अपना 52 वां बर्थ डे सेलीब्रेट कर रहे हैं। आज वे एक गाने की सिंगिंग के लिए 15 से 20 लाख रुपए चार्ज करते हैं। हालांकि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने लंबा संघर्ष किया है।
पद्मश्री से सम्मानित कैलाश खेर 52 साल के हो गए हैं। लेकिन उनकी गायिकी में अभी भी अल्हड़पन साफ झलकता है। पूरी दुनिया में उनके प्रशंसक हैं। वे कंसर्ट के लिए लाखों की फीस वसूलते हैं। Abp न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 170 करोड़ रुपए के करीब है।
कैलाश खेर का जीवन बेहद स्ट्रगल भरा रहा है। तकरीबन 12 साल की उम्र में वे घर छोड़कर अपना करियर बनाने के लिए निकल पड़े थे।
कैलाश खेर का पूरा बचपन, जवानी की उम्र जगह-जगह ठोकरें खाते गुजरी, कुछ हासिल नहीं हुआ। वे अपनी जिंदगी से पूरी तरह निराश हो गए थे।
कैलाश खेर ने युवावस्था में ऋषिकेश में घाटों पर भजनों को गाना शुरू किया। यहां इस गायिकी के दौरान उन्हें सौ-पचास रुपए मिल जाते थे। इससे उनकी रोजी रोटी का इंतजाम जरुर हुआ लेकिन कुछ हासिल ना कर पाने की टीस मन में बनी रही ।
कैलाश खेर ने कई कामों में किस्मत आजमाई लेकिन कहीं भी उन्हें सफलता नहीं मिली । इससे हारकर एक बार उन्होंने सुसाइड करने का मन बनाकर गंगा नदी में छलांग लगा दी। लेकिन उन्हें डूबता देख साथियों ने उनकी जान बचा ली।
कैलाश खेर ने आप की अदालत में रजत शर्मा से सहा कि वे तो सुसाइड करने तक में असफल हो गए थे। उन्हें लगता था कि परमात्मा ने उन्हें किसी लायक नहीं बनाया है। वे जिस काम में भी हाथ डालते थे वो बैठ जाता था।
कैलाश खेर जब मुंबई आ गए तो यहां भी काम के लिए दर-दर भटकते रहे । फिर सोचा इस बार समंदर में कूदकर सुसाइड करेंगे। लेकिन किस्मत को अब कुछ और ही मंजूर था। उन्हें राम संपत ने एकं जिंगल गाने का मौका दिया। इसका बाद ऐड जिंगल का लाइन लग गई। फिर विशाल-शेखर के साथ काम करने का मौका मिला। फिर काम मिलता चला गया।