भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ में कैसे शामिल हों, योग्यताएं क्या हैं और वेतन कितना मिलता है, जानिए इस रोमांचक दुनिया के बारे में।

Indian Spy Agency RAW: RAW (Research and Analysis Wing) भारत की खुफिया एजेंसी है। इसका काम विदेश से जानकारी जुटाना है। इसकी स्थापना 21 सितंबर 1968 को हुई थी। RAW का काम अन्य देशों, खासकर पाकिस्तान जैसे दुश्मन देश के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करना है ताकि भारत के लिए मौजूदा खतरों को रोक सके।

रॉ किसी भी देश या आतंकवादी संगठन से भारत को होने वाले किसी भी खतरे को गुप्त रूप से बेअसर करता है। रॉ भारत के प्रधानमंत्री के अधीन है। कैबिनेट सचिवालय के सचिव रॉ के प्रभारी होते हैं। वह सीधे पीएम को रिपोर्ट करते हैं।

RAW के एजेंट कैसे चुने जाते हैं?

RAW नए अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को खोजने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करता है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा देना भारत में RAW (ग्रुप-ए आईएएस, आईपीएस, आईआरएस और आईएफएस अधिकारी) में शामिल होने का एक मार्ग है। रॉ द्वारा विभिन्न रणनीतियों के माध्यम से एजेंटों और अधिकारियों को काम पर रखा जाता है।

रॉ में शामिल होने के लिए पात्रता और योग्यताएं

रॉ एजेंट बनना चुनौतीपूर्ण है। आवेदक का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए। रॉ अधिकारियों के लिए पात्रता और योग्यताएं इस प्रकार हैं...

शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को किसी प्रतिष्ठित संस्थान से स्नातक होना चाहिए। कभी-कभी एक विदेशी भाषा में पारंगत होना भी आवश्यक है।

राष्ट्रीयता: आवेदक भारतीय होना चाहिए। उसके खिलाफ कोई लंबित अदालती मामला या आपराधिक दोष सिद्ध नहीं होना चाहिए।

उम्र: आदर्श आवेदकों के लिए कोई निर्धारित उम्र आवश्यकता नहीं है। उनकी आयु 56 वर्ष से कम होनी चाहिए।

व्यावसायिक अनुभव: उम्मीदवारों के पास 20 साल से अधिक काम करने का अनुभव होना चाहिए।

अतिरिक्त मानदंड: उम्मीदवार को नशे का आदी नहीं होना चाहिए या उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं होना चाहिए।

रॉ में कैसे शामिल हों?

शुरुआत में रॉ में प्रशिक्षित खुफिया एजेंट को सीधे भर्ती किया जाता था। भारतीय पुलिस, भारतीय राजस्व सेवा और भारतीय सशस्त्र बलों के अधिकारियों को रॉ में काम करने का मौका मिलता है। अब रॉ ने सीधे यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट छात्र-छात्राओं को काम पर रखना शुरू कर दिया है।

लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में फाउंडेशन कोर्स में नामांकित सिविल सेवा अधिकारियों को सीधे क्लास I कार्यकारी स्तर के पदों के लिए भर्ती किया जाता है। कोर्स के समापन पर RAW द्वारा एक कैंपस इंटरव्यू आयोजित किया जाता है। मनोवैज्ञानिक परीक्षणों और इंटरव्यू के चयन के आधार पर उम्मीदवारों को एक निश्चित अवधि के लिए RAW में शामिल किया जाता है।

रॉ एजेंट कैसे बनें?

रॉ एजेंट बनने का पहला चरण सबसे प्रतिष्ठित सरकारी पदों में से एक के लिए चुना जाना है, जैसे कि IAS, IPS, खुफिया एजेंसी या सैन्य सेवाएं। रॉ एजेंट अब अक्सर उन लोगों में से चुने जाते हैं जिन्होंने पहले अपना फाउंडेशन ट्रेनिंग पूरा कर लिया है। रॉ के अधिकारी उनका इंटरव्यू लेते हैं। देखते हैं कि वे मानसिक रूप से उस पद के लिए योग्य हैं या नहीं। सशस्त्र बलों के अधिकारियों को पार्श्व प्रतिनियुक्ति के माध्यम से मौका दिया जा सकता है।

विश्वविद्यालयों से सीधा प्रवेश: रॉ एजेंट अक्सर सैन्य बलों या नागरिक क्षेत्र से चुने जाते हैं। अधिकारियों ने हाल ही में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से एजेंटों के सीधे प्रवेश की अनुमति देना शुरू कर दिया है। रॉ में गुप्त एजेंटों के अलावा विश्लेषक, स्टेनोग्राफर, क्लर्क, अकाउंटेंट आदि जैसे पद भी शामिल हैं।

राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा और इंटरव्यू: रॉ के लिए चुने जाने के बाद आपको बौद्धिक क्षमता के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक और व्यक्तित्व टेस्ट में राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा पास करनी होगी। इसके बाद इंटरव्यू होगा।

इस्तीफा देना: रॉ में नौकरी मिलने से पहले आपके पास कोई आकर्षक पद नहीं होना चाहिए। आप अभी जो भी पद संभाल रहे हैं, उसे छोड़ना होगा। पद छोड़ने के बाद आपको ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा।

रॉ एजेंट को कितना मिलता है वेतन?

रॉ एजेंट का वेतन कई बातों पर निर्भर करता है। इसमें अनुभव, कहां और कैसा काम है, रोजगार की अवधि आदि शामिल हैं। ग्रेड-ए स्तर के अधिकारी को आम तौर पर प्रति माह 80,000 रुपए से 1,50,000 रुपए के बीच वेतन मिलता है।