12 लाख का लोन लेने पर कितनी EMI देनी होगी? ब्याज दर और लोन अवधि के आधार पर EMI कैसे बदलती है, जानिए। साथ ही, अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के तरीके भी सीखें।
How to Calculate Loan EMI: जिंदगी में कुछ जरूरतें ऐसी होती हैं, जिन्हें हम अपनी सैलरी से पूरा नहीं कर सकते। चाहे फिर बड़ी गाड़ी खरीदना हो या अपना घर बनाना। यहां तक कि कई बार हमें बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और शादी के लिए भी लोन लेना पड़ता है। आज के समय में लोन मिलना तो आसान है, लेकिन उसकी EMI भरते-भरते इंसान की सारी जिंदगी निकल जाती है। वैसे, क्या आप जानते हैं कि 12 लाख का पर्सनल लोन 5 साल के लिए लेने पर हर महीने आपको कितनी किस्त भरनी होगी?
10% ब्याज पर लिया लोन तो हर महीने आएगी कितनी EMI?
मान लीजिए आपने किसी बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) से 5 साल के लिए 12 लाख रुपए का लोन 10% ब्याज दर पर लिया। इस हिसाब से आपकी EMI 25,496 रुपए बनेगी। यानी एक साल में आपको 3,05,952 रुपए चुकाने होंगे। 5 साल की लोन अवधि के दौरान आपको कुल 3,29,787 रुपए ब्याज भरना पड़ेगा। यानी आपको प्रिंसिपल अमाउंट और ब्याज समेत कुल 15,29,787 रुपए चुकाने होंगे।
12.5% ब्याज पर 12 लाख के लोन की किस्त क्या बनेगी?
अगर आपने 12 लाख रुपए का लोन सालाना 12.5% ब्याज दर से लिया है और इसे अगले 5 साल में चुकाना है तो आपको हर महीने 26,998 रुपए की किस्त भरनी होगी। यानी एक साल में आपको 3,23,976 रुपए जमा करने होंगे। पूरी लोन अवधि के दौरान आपको 4,19,852 रुपए तो सिर्फ ब्याज लगेगा। इस हिसाब से 12 लाख रुपए का मूलधन और ब्याज जोड़कर आपको टोटल 16,19,852 रुपए चुकाने होंगे।
आसानी से लोन पाने के लिए क्या करें?
बैंक या एनबीएफसी किसी भी शख्स को उसके सिबिल यानी क्रेडिट स्कोर के आधार पर लोन देती हैं। अगर आपका स्कोर 750+ है तो ये एक अच्छा क्रेडिट स्कोर माना जाता है। ऐसे में आपको इसे सुधारने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
1- बेवजह न करें क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल
अगर आप अक्सर अपनी क्रेडिट लिमिट का 80 से 90% हिस्सा इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर गिरता है। आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो कोशिश करें कि लिमिट का 30% ही खर्च हो। साथ ही समय रहते बिल चुकता करें। इससे आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा रहेगा।
2- तय समय पर भरें लोन की किस्त
अगर आपके पास पहले से कोई लोन है तो उसकी EMI तय समय पर भरें। एक भी किस्त चूकने पर आपके क्रेडिट स्कोर में 50 से 100 अंक कम हो सकते हैं। अगर पैसों की कोई दिक्कत है तो बैंक में जाकर पहले से बात कर लें, ताकि डिफॉल्ट की दिक्कत न हो।
3- एक लोन खत्म होने तक दूसरा अप्लाई न करें
कभी भी एक लोन खत्म होने से पहले दूसरे के लिए अप्लाई न करें। क्योंकि जब भी आप नए लोन के लिए पूछताछ करते हैं, तो बैंक क्रेडिट रिपोर्ट चेक करता है। इससे भी क्रेडिट स्कोर में गिरावट आती है।