सार
सुजलॉन एनर्जी के शेयर में तेजी, ब्रोकरेज फर्म ने दी खरीदने की सलाह। ऑर्डर बुक रिकॉर्ड स्तर पर, ब्रोकरेज फर्म ने दिया ₹60 का टारगेट प्राइस।
बिजनेस डेस्क। हाल ही में वित्त वर्ष 204-25 की तीसरी (अक्टूबर-दिसंबर) तिमाही के शानदार नतीजे जारी करने वाली कंपनी सुजलॉन एनर्जी के स्टॉक में बुधवार 29 जनवरी को 5% की तेजी देखी गई। शेयर 2.51 रुपए की बढ़त के साथ 52.77 रुपए के लेवल पर क्लोज हुआ। कंपनी की बेहतरीन परफॉर्मेंस और ऑर्डर बुक में बढ़ोतरी को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इसे BUY रेटिंग देते हुए खरीदने की सलाह दी है। पहले फर्म ने इसे होल्ड रेटिंग दी थी, जिसे अब अपग्रेड कर दिया है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सुजलॉन एनर्जी ने इस तिमाही में 447MW के प्रोजेक्ट्स को पूरा किया, जबकि अनुमान लगाया गया था कि कंपनी 360MW तक ही जा सकेगी। इसके साथ ही सुजलॉन का ऑपरेटिंग मार्जिन 16.8 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जिसके पहले 14.9 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान था।
Union Budget 2025 Preparation: पर्दे के पीछे कौन, जो तैयार करते हैं देश का बजट
सुजलॉन एनर्जी की ऑर्डर बुक में इजाफा
सुजलॉन एनर्जी की ऑर्डर बुक 5.5GW के साथ अब तक के हाइएस्ट लेवल पर पहुंच गई है। इसके चलते फ्यूचर में रेवेन्यू ग्रोथ की संभावनाएं और बढ़ गई हैं। इसके साथ ही कंपनी को भारत सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले टेंडरों का भी फायदा मिलता रहेगा। FDRE/RTC/Hybrid जैसे नए टेंडर मॉडल के तहत सुजलॉन को बड़े ऑर्डर मिलने की उम्मीद है, जिससे कंपनी की फाइनेंशियल कंडीशन और मजबूत होगी।
एक साल में 60 रुपए तक पहुंच सकता है स्टॉक
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने सुजलॉन एनर्जी के स्टॉक का एक साल का टारगेट प्राइस 60 रुपये फिक्स किया है। ऐसे में इस स्टॉक में निवेश करना आने वाले कुछ महीनों में फायदे का सौदा साबित हो सकता है। बता दें कि मई 2023 में सुजलॉन एनर्जी का शेयर 8-10 रुपये की रेंज में था। इसके बाद इसमें शानदार तेजी देखने को मिली। सितंबर 2024 में स्टॉक 86.04 रुपये के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। हालांकि, बाद में कुछ गिरावट देखने को मिली। दिसंबर तिमाही के शानदार नतीजों के बाद अब स्टॉक में दोबारा तेजी लौटने की उम्मीद है। फिलहाल कंपनी का मार्केट कैप 72,020 करोड़ रुपए है।
ये भी देखें :
Adani ग्रुप की इस कंपनी को बंपर प्रॉफिट, शेयर पर दांव लगाना मुनाफे का सौदा
Union Budget 2025: किसके नाम है सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड