सार
Indias Youngest Billionaires: हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 के अनुसार, Razorpay के शशांक कुमार और हर्षिल माथुर भारत के सबसे युवा अरबपति हैं। उनकी सफलता फिनटेक बाजार में Razorpay के बढ़ते दबदबे को दिखाती है।
Hurun Global Rich List 2025: हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 के मुताबिक, फिनटेक स्टार्टअप Razorpay के को-फाउंडर्स शशांक कुमार और हर्षिल माथुर महज 34 साल की उम्र में भारत के सबसे युवा अरबपति बन गए हैं। इनमें से प्रत्येक की कुल संपत्ति 8,643 करोड़ रुपये है। 2014 में स्थापित, रेजरपे तेजी से भारत के लीडिंग डिजिटल पेमेंट्स सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स में से एक बन चुका है। ये देश के बढ़ते फिनटेक बाजार को बताता है।
यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स Razorpay की वैल्यूएशन पहुंची 7.5 अरब डॉलर
दिसंबर 2021 में यूनिकॉर्न स्टार्टअप ने सीरीज एफ फंडिंग राउंड में 375 मिलियन डॉलर जुटाए, जिससे इसका वैल्यूशन 7.5 अरब डॉलर (63,000 करोड़ रुपए) हो गया है। इसके प्रमुख निवेशकों में सिंगापुर की GIC, सिकोइया कैपिटल, रिबिट कैपिटल, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट, मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया और Y कॉम्बिनेटर शामिल हैं।
क्या है Razaorpay
Razaorpay एक पेमेंट गेटवे है, जो अलग-अलग ऑनलाइन पेमेंट्स मेथड को आसान बनाने में मदद करता है। इसका उपयोग व्यापारी और डेवलपर्स ऑनलाइन पेमेंट्स सुविधाओं को अपनी वेबसाइट या एप्लिकेशन में शामिल करने में करते हैं। वर्तमान में इसके 3000 से ज्यादा कर्मचारी हैं, जिन्हें रेजर्स (Razoors) कहा जाता है।
कब हुई Razaorpay की शुरुआत
Razaorpay की शुरुआत 2014 में शशांक कुमार और हर्षिल माथुर ने की। हर्षिल ने IIT रुड़की से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में BTech की डिग्री ली है। उन्होंने अपने दोस्त शशांक कुमार के साथ मिलकर कंपनी की नींव रखी। पिछले 10 साल में कंपनी ने काफी विस्तार किया है। सिंगल-प्रोडक्ट पेमेंट गेटवे से अब ये मल्टी-प्रोडक्ट प्लेटफॉर्म बन चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये कंपनी देश के 100 में से 80 फिनटेक यूनिकॉर्न को पेमेंट सर्विस प्रोवाइड कराती है। इसके पोर्टफोलियो में पेमेंट्स के अलावा बैंकिंग और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी की जरूरतों के लिए 40 से ज्यादा प्रोडक्ट्स हैं। कंपनी ने अपने 10 साल पूरे होने पर दिसंबर, 2024 में कर्मचारियों को 1 लाख रुपये के एंप्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान्स (ESOPs) बांटने का ऐलान किया था।