भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोजाना सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं। ये कीमतें वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों और विनिमय दरों से प्रभावित होती हैं। जानिए आज क्या हैं नए दाम।
Petrol, Diesel Prices: भारत की OMC (Oil marketing companies) रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। दुनिया में कच्चे तेल की कीमतों और मुद्रा विनिमय दरों (currency exchange rates) में उतार-चढ़ाव से तेल की कीमतें प्रभावित होती हैं।
भारत में 28 जून को क्या है पेट्रोल और डीजल की कीमत?
शहर | पेट्रेल की कीमत | डीजल की कीमत |
नई दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 104.21 | 92.15 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.75 | 92.34 |
अहमदाबाद | 94.49 | 90.17 |
बेंगलुरु | 102.92 | 89.02 |
हैदराबाद | 107.46 | 95.70 |
जयपुर | 104.72 | 90.21 |
लखनऊ | 94.69 | 87.80 |
पुणे | 104.04 | 90.57 |
चंडीगढ़ | 94.30 | 82.45 |
इंदौर | 106.48 | 91.88 |
पटना | 105.58 | 93.80 |
सूरत | 95.00 | 89.00 |
नासिक | 95.50 | 89.50 |
किन बातों से मुख्य रूप से तय होती हैं पेट्रोल और डीजल की कीमतें?
केंद्र और कई राज्य सरकारों द्वारा टैक्स में कटौती के बाद भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें मई 2022 से अधिक नहीं बदली हैं। तेल बेचने वाली कंपनियां रोज सुबह 6 बजे ईंधन की कीमतों को अपडेट करती हैं। दुनियाभर के बाजार में कच्चे तेल की कीमत के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमत कभी बढ़ती तो कभी घटती है। डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत से भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें प्रभावित होती हैं।
क्या हैं भारत में ईंधन की कीमतों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक?
कच्चे तेल की कीमतें: पेट्रोल और डीजल की कीमत सबसे अधिक इस बात पर निर्भर करती है कि कच्चे तेल की कीमत क्या है। कच्चे तेल को रिफाइन करने से ही पेट्रोल और डीजल मिलता है।
एक्सचेंज रेट: भारत कच्चे तेल के आयात पर निर्भर है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए का मूल्य तेल की कीमत में काफी असर डालता है। रुपया कमजोर हो तो कीमत बढ़ जाती है।
टैक्स: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लगाए जाने वाले टैक्स का बड़ा हिस्सा होता है। राज्यों में टैक्स की दरें अलग-अलग होती हैं। इससे कीमतों में अंतर होता है।
रिफाइनिंग लागत: कच्चे तेल को इस्तेमाल करने लायक ईंधन में बदलने की लागत खुदरा कीमतों को प्रभावित करती है। कच्चे तेल की गुणवत्ता और रिफाइनरी की दक्षता के आधार पर ये लागतें उतार-चढ़ाव कर सकती हैं।