केंद्र सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए इसके एक्सपोर्ट को बैन कर दिया है। फिलहाल 31 मार्च, 2024 तक प्याज के निर्यात पर बैन लगा दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के भी सबसे पॉपुलर लीडर हैं। मोदी के सामने दूर-दूर तक कोई नेता नहीं है। मॉर्निंग कंसल्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग 76% है, जो कि दुनिया के किसी भी नेता से बहुत ज्यादा है।
Google प्ले स्टोर ने हाल ही में 17 SpyLoan ऐप्स को हटा दिया है। इन ऐप्स के जरिए लोगों की पर्सनल इन्फॉर्मेशन चुराकर ब्लैकमेल करने के आरोप लगे हैं। अगर आपके मोबाइल में भी ये ऐप्स हैं, तो इन्हें फटाफट अनइन्स्टॉल कर दें। आखिर कौन-से हैं ये ऐप्स।
कैश फॉर क्वेरी केस में घिरीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म हो चुकी है। एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के बाद महुआ के निष्कासन का प्रस्ताव पेश हुआ। वोटिंग के बाद स्पीकर ने महुआ के खिलाफ निष्कासन प्रस्ताव पास कर दिया। क्या है कैश फॉर क्वेरी केस?
बिजनेस डेस्क : तृणमूल की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई है। संसद की आचार समिति ने दोषी पाने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की। आइए जानते हैं महुआ मोइत्रा कौन हैं और कैसे पॉलिटिक्स में उनकी एंट्री हुई?
बिजनेस डेस्क: भारत की तेजी से बढ़ती इकोनॉमी प्राइवेट सेक्टर में काम करने वालों को गुड न्यूज दे सकती है। नए साल में अच्छे प्रमोशन, इंक्रीमेंट और जॉब का मौका मिल सकता है। कई सेक्टर में कर्मचारियों को अच्छी ग्रोथ मिल सकती है। जानिए कहां-कहां आएंगे मौके..
बिजनेस डेस्क: सुनकर यकीन नहीं होगा कि दुनिया के सबसे अमीर भिखारी के पास एक-दो नहीं बल्कि 7 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी है। वह कहीं और नहीं बल्कि भारत के मुंबई का रहने वाला है। जहां करोड़ों रुपए के फ्लैट में रहता है। जानिए कौन है सबसे अमीर भिखारी
हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर की कंपनी इंडिया शेल्टर फाइनेंस (India Shelter Finance Ltd) का आईपीओ जल्द दस्तक देने वाला है। इस कंपनी का आईपीओ अगले हफ्ते यानी 13 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच निवेश के लिए खुला रहेगा।
शेयर बाजार के जोखिम से बचने के लिए लोग म्युचुअल फंड के जरिए पैसा निवेश कर रहे हैं। इसमें SIP (Systemetic Investment Plan) लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। हालांकि, SIP में निवेश करने से पहले कुछ जरूरी बातें हैं, जिनका ध्यान रखना जरूरी है।
बिजनेस डेस्क : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने नई मौद्रिक नीति का ऐलान कर दिया है। इसमें UPI ट्रांजैक्शन की लिमिट बढ़ा दी गई है लेकिन ये लिमिट सिर्फ हॉस्पिटल और शिक्षण संस्थानों में फीस चुकाने में इस्तेमाल की जा सकती है। जानें अब कितनी लिमिट हो गई है.