भीम (Bhim) एक यूपीआई-आधारित भुगतान प्रणाली (UPI Based Payment System) है जो आपके फोन नंबर या नाम जैसी एकल पहचान का उपयोग करके रीयल-टाइम फंड ट्रांसफर की अनुमति देती है।
SIP Calculator: म्यूचुअल फंड के 15 x 15 x 15 नियम में, एसआईपी रिटर्न कैलकुलेटर कहता है कि एक निवेशक 15 साल के टेन्योर के लिए प्रति माह 15,000 रुपए का निवेश करके करोड़पति बन सकता है।
20 साल पहले भारत रसायन के शेयर की कीमत (Bharat Rasayan Share Price) मात्र 20 रुपए थी, जो आज बढ़कर 10 हजार रुपए हो चुकी है। इसका मतलब है कि 20 साल में 20 की वैल्यू में 500 गुना का इजाफा देखने को मिल चुका है।
बीते कुछ दिनों से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) में गिरावट के बाद आज तेजी देखने को मिल रही है। बिटकॉइन (Bitcoin Price) से लेकर शिबा एनु (Shiba Inu) तक 3 से 14 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है।
बीते 10 दिन में इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम (Crude Oil Price in International Market) 10 फीसदी कम हो चुके हैं। ऐसे में जानकारों का कहना है कि सोमवार से ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमत (Petrol And Diesel Price) में कटौती की शुरुआत कर सकती हैं। वैसे बीते 17 दिन से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है।
Gold And Silver Prices: भारत के वायदा बाजार में सोना और चांदी की कीमत में गिरावट देखने को मिली है। 5 दिन के कारोबारी सत्र के दौरान सोने के दाम (Gold Price) करीब 500 रुपए प्रति दस ग्राम और चांदी की कीमत (Silver Price) करीब 1600 रुपए प्रति किलोग्राम टूट चुकी है।
ईपीएफओ सदस्य (EPFO Member) ध्यान दें कि वह अपने ई-नॉमिनेशन में एक से अधिक पीएफ नॉमिनेशन (PF Nomination) जोड़ सकता है और ईपीएफ, ईपीएस नॉमिनेशन ऑनलाइन जमा करने के बाद, किसी और भौतिक दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी।
आयकर विभाग (Income Tax Department) ने सूचित किया है कि 1.76 करोड़ से अधिक करदाताओं ने ई-फाइलिंग पोर्टल (E-Filing Portal) से वर्ष 2021-22 के लिए अपने आईटीआर को प्रोसेस्ड कर लिया है।
पेंशनभोगी को पोर्टल से जीवन प्रमाण एप (Jeevan Praman App) डाउनलोड करना होगा। इसके अलावा, एक पेंशनभोगी को अपनी उंगलियों के निशान जमा करने के लिए एक यूआईडीएआई अनिवार्य डिवाइस (UIDAI Mandatory Device) की आवश्यकता होगी।
आरबीआई (RBI) वर्किंग बॉडी की सिफारिशों में डिजिटल लेंडिंग ऐप्स (Digital Lending Apps) को एक नोडल एजेंसी द्वारा वेरिफिकेशन प्रोसेस के अधीन करना शामिल है, जिसे स्टेक होल्डर्स के परामर्श से स्थापित किया जाना है और डिजिटल लेंडिंग इकोसिस्टम में पार्टिसिपेंट्स को कवर करने वाले एक सेल्फ रेगुलेटरी ऑर्गनाइजेशन की स्थापना करना शामिल है।