सार

NITI Aayog की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2024 तक 2.7 करोड़ महिलाएं अपना क्रेडिट स्कोर मॉनिटर कर रही थीं। 

 

NITI Aayog report: नीति आयोग (NITI Aayog) ने सोमवार को "फ्रॉम बॉरोअर्स टू बिल्डर्स: वुमेन्स रोल इन इंडियाज फाइनेंशियल ग्रोथ स्टोरी" (From Borrowers to Builders: Women's Role in India's Financial Growth Story) रिपोर्ट लॉन्च की। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में महिलाओं में क्रेडिट स्कोर (Credit Score) को लेकर जागरूकता बढ़ रही है और वे पहले से अधिक ऋण (Loan) ले रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2024 तक 2.7 करोड़ महिलाएं अपना क्रेडिट स्कोर खुद मॉनिटर कर रही थीं जो पिछले साल की तुलना में 42% अधिक है।

यह रिपोर्ट ट्रांसयूनियन सिबिल (TransUnion CIBIL), नीति आयोग के वुमन एंटरप्रेन्योरशिप प्लेटफॉर्म (WEP) और माइक्रोसेव कंसल्टिंग (MSC) द्वारा प्रकाशित की गई है।

नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम (BVR Subrahmanyam) ने रिपोर्ट लॉन्च करते हुए कहा कि सरकार महिला उद्यमियों (Women Entrepreneurs) को वित्तीय पहुंच देने को प्राथमिकता दे रही है। वित्तीय संस्थानों को महिलाओं की जरूरतों के अनुसार समावेशी वित्तीय उत्पाद विकसित करने होंगे। उन्होंने आगे कहा कि फाइनेंसिंग वीमेन कोलैबोरेटिव (FWC) पहल के जरिए अधिक वित्तीय संस्थानों को इस मिशन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

गैर-मेट्रो क्षेत्रों में तेजी से बढ़ी महिलाओं की क्रेडिट मॉनिटरिंग

रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2024 तक कुल स्व-मॉनिटरिंग (Self-Monitoring) करने वाली महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़कर 19.43% हो गई, जो 2023 में 17.89% थी। गैर-मेट्रो (Non-Metro) क्षेत्रों में क्रेडिट मॉनिटरिंग करने वाली महिलाओं की संख्या 48% की दर से बढ़ी है, जबकि मेट्रो शहरों (Metro Cities) में यह वृद्धि 30% रही।

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किन राज्यों में महिलाओं की वित्तीय भागीदारी अधिक?

2024 में, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में महिलाओं की सबसे अधिक वित्तीय भागीदारी देखी गई। यह कुल 49% थी। दक्षिण भारत में 10.2 मिलियन महिलाएं सक्रिय रूप से क्रेडिट मॉनिटरिंग कर रही हैं, जबकि उत्तर और मध्य भारत के राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में महिला कर्जदारों की संख्या सबसे तेज़ गति से बढ़ी है।

बिज़नेस लोन और गोल्ड लोन में महिलाओं की बढ़ती हिस्सेदारी

2019 से अब तक, बिज़नेस लोन (Business Loan) में महिलाओं की हिस्सेदारी 14% बढ़ी है जबकि गोल्ड लोन (Gold Loan) में यह 6% बढ़ी है। रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2024 तक बिज़नेस लोन लेने वालों में महिलाओं की हिस्सेदारी 35% तक पहुंच जाएगी।