Tata Nexon EV MAX XZ+ LUX की बुकिंग शुरू हो गई है। टाटा के ऑथोराइज्ड डीलर्स पर जाकर इस कार की बुकिंग कर सकते हैं। इस कार में 180 से ज्यादा वॉयस कमांड फीचर्स हैं। हिंदी, इंग्लिश समेत कई भाषाओं में इसे कमांड दे सकते हैं।
फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने 10,000 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया। पिछली तिमाही में महिंद्रा का मार्केट शेयर 19.6 प्रतिशत था और 1 मई तक कंपनी की बुकिंग टैली 2.92 लाख यूनिट्स नोट की गई थी।
भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में एक से बढ़कर एक इलेक्ट्रिक गाड़ियां मौजूद हैं लेकिन इन सबमें टाटा मोटर्स की बादशाहत बरकरार है। कंपनी की 4 इलेक्ट्रिक गाड़ियां इंडियन मार्केट में अवेलबर है। इनका खूब जादू चलता है।
मई 2023 की सेल्स में ही सालाना तौर पर ओला की बिक्री में 300 प्रतिशत की बढ़त हुई है। मई में कंपनी ने 35,000 से ज्यादा यूनिट्स बेचकर रिकॉर्ड बना दिया है। कई बड़ी कंपनियां ओला से काफी पीछे रह गई हैं।
ऑटो डेस्क : जून का महीना SUV लवर्स के लिए खास होने जा रहा है। इस मंथ बाजार में बैक टू बैक 3 एसयूवी लॉन्च होने जा रही हैं। Maruti से लेकर Honda तक की गाड़ियां आने को तैयार है। तो चलिए जानते हैं इस महीने कौन-कौन सी एसयूवी धमाल मचाने आ रही है...
ऑटो डेस्क : कार पार्क करते समय हैंडब्रेक लगाना अच्छी ड्राइविंग हैबिट्स है। यह कार और आसपास मौजूद लोगों के लिए काफी सेफ होता है। लेकिन हैंडब्रेक लगाने का सही तरीका कम ही लोग जानते हैं। आपकी जरा सी चूक बड़ा नुकसान करा सकती है।
50 साल पहले लूना 2,000 रुपए में लॉन्च की गई थी। तब मोपेड सेगमेंट में काइनेटिक के पास इसका 95 परसेंट शेयर था। जानकारी के मुताबिक, भारत में कंपनी ने करीब 1 करोड़ लूना बेच डाली थी।
गर्मियों में कार का सबसे जल्दी खराब होने वाला पार्ट एयर फिल्टर होता है. ज्यादा धूल होने के चलते कार इसे ज्यादा खींचती है और फिल्टर धूल से भर जाता है। जिसकी वजह से कार मिसिंग कर सकती है। उसका माइलेज, पावर और पिकअप भी कम हो सकता है।
ICCT ने 6 ऑटोमोबाइल मार्केट का डेटा कलेक्ट कर पूरा एनालिसिस किया है। इसमें चीन, यूरोप, भारत, जापान, कोरिया और संयुक्त राज्य शामिल हैं। इस लिस्ट में Tata इकलौती ऐसी ऑटो निर्माता कंपनी है, जिसका हेडक्वार्टर भारत में है।
सरकार ने सब्सिडी के तौर पर FAME 2 योजना के लिए 10,000 करोड़ रुपए तय की थी। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की डिमांड को देखते हुए भारी उद्योग मंत्रालय ने प्रोत्साहन राशि को 10,000 रुपए प्रति kWh से बढ़ाकर 15,000 रुपए कर दिया था।