Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
  • All
  • 2675 NEWS
  • 394 PHOTOS
  • 8 VIDEOS
3077 Stories by Amitabh Budholiya

'टीम इंडिया' फिर करेगी चमत्कार,खतरनाक रास्तों से गुजरकर दिव्य स्थल 'कैंची धाम' पहुंचे विराट-अनुष्का कोहली

Nov 19 2022, 09:37 AM IST

नैनीताल(उत्तराखंड). टी20 विश्व कप (T20 World Cup) में भारतीय क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के बाद क्रिकेटर विराट कोहली(Cricketer Virat Kohli) ने उत्तराखंड के नैनीताल जिले के चमत्कारिक और दिव्य स्थल कैंची धाम यानी बाबा नीम करौरी की शरण ली है। विराट कोहली ने गुरुवार(17 नवंबर) की सुबह पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ नीब करोरी बाबा का आशीर्वाद लिया। बता दें कि टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन के चलते बीसीसीआई ने नेशनल सेलेक्शन कमेटी को बर्खास्त कर दिया है। कैंची धाम के बारे में कहा जाता है कि यहां आकर जो भी मन्नत मांगता है, वो चमत्कारिक रूप से पूरी होती है। विराट ने भी टीम इंडिया के फिर से जबर्दस्त प्रदर्शन की मन्नत मांगी। पढ़िए बाकी की डिटेल्स...

बिना दोनों पैरों के 'कारगिल हीरो' को अपने बीच देखकर राहुल गांधी ने किया सैल्यूट, जानिए कौन हैं जाबांज दीपचंद?

Nov 19 2022, 08:46 AM IST

अकोला(महाराष्ट्र). कांग्रेस की महत्वाकांक्षी 'भारत जोड़ो यात्रा- Bharat Jodo Yatra' का शनिवार को 71वां दिन है।आज(19 नवंबर) को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती (Indira Gandhi Birth Anniversary) है, इसलिए यात्रा में सिर्फ महिलाओं का जोड़ा गया है। इस बीच शुक्रवार को कारगिल युद्ध के नायक नायक दीपचंद महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े। हरियाणा के हिसार के रहने वाले दीपचंद ने 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान तोलोलिंग में दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे। हालांकि उसके 2 साल बाद एक हादसे में उन्होंने एक हाथ और दोनों पैर खो दिए थे। कांग्रेस की एक विज्ञप्ति में बताया गया कि दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कारगिल विजय दिवस पर द्रास की अपनी यात्रा के दौरान दीपचंद को 'कारगिल योद्धा' कहा था। दीपचंद 'आदर्श सैनिक फाउंडेशन' के जरिये ड्यूटी के दौरान दिव्यांग हुए सैनिकों के कल्याण के लिए काम करते हैं। जानिए दीपचंद के बारे में और भी कुछ जानकारियां...