सार

Rahu-Ketu Kab Badlenge Rashi: राहु-केतु 18 महीने में एक बार राशि बदलते हैं। इस बार 18 मई को राहु-केतु राशि बदलेंगे, जिसका असर देश-दुनिया पर भी देखने को मिलेगा। राहु-केतु के राशि परिवर्तन के चलते भारत-पाक के बीच तनाव फिर बढ़ सकता है।

 

Rahu-Ketu Rashifal 2025: ज्योतिष शास्त्र में नवग्रह बताए गए हैं, इनमें राहु-केतु भी शामिल हैं। इन दोनों को छाया ग्रह कहा जाता है। ये दोनों ग्रह एक ही साथ राशि बदलते हैं। वर्तमान में राहु मीन राशि में और केतु कन्या राशि में स्थित है। 18 मई की शाम लगभग 5 बजकर 20 मिनिट पर ये दोनों ग्रह राशि बदलेंगे। राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ में और केतु सिंह राशि में प्रवेश करेगा। राहु-केतु के राशि बदलने का असर देश-दुनिया पर भी दिखाई देगा। आगे जानिए देश-दुनिया पर राहु-केतु के राशि बदलने का क्या असर होगा…

राहु-केतु का उग्र स्वभाव बढ़ाएगा टेंशन

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा के अनुसार, राहु-केतु 18 मई को राशि बदलेंगे। राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जिसका स्वामी शनि है। राहु का शनि की राशि में प्रवेश ज्योतिषिय गणना के अनुसार ठीक नहीं है क्योंकि ये दोनों ग्रह एक-दूसरे के प्रति शत्रु भाव रखते हैं। वही स्थिति केतु के सूर्य की राशि सिंह में प्रवेश करने पर बनेगी। राहु-केतु, शनि और सूर्य चारों ही उग्र ग्रह हैं, जिसके चलते ये राशि परिवर्तन तनाव की स्थिति बनाने वाला है।

पड़ोसी देशों देंगे विरोधी बयान

राहु-केतु के राशि परिवर्तन के चलते पड़ोसी देशों में तनाव बढ़ सकता है। इन देशों में भारत-पाकिस्तान के साथ-साथ यूक्रेन-रूस और इजराइल-फिलिस्तीन भी शामिल है। इन देशों के अधिकारी या राजनेता कोई विवादित बयान दे सकते हैं, जिसके चलते छिट-पुट सैन्य घटनाएं हो सकती हैं। हालांकि कोई बड़ा हादसा होने का अंदेशा नहीं है। लेकिन फिर भी पड़ोसी देशों को इस समय संयम से काम लेना होगा। मंगल और राहु के बीच खड़ा अष्टक योग बनने से युद्ध की मानसिकता वाले देशों के लिए यह समय महत्वपूर्ण होगा। भारत में इसका सबसे ज्यादा नकारात्मक असर पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में देखने को मिलेगा।

वर्ल्ड पॉलिटिक्स पर भी होगा असर

29 मार्च से शनि ने मीन राशि में प्रवेश किया है। अब राहु के कुंभ राशि में प्रवेश से शनि-राहु का द्वादश योग बनेगा, जिससे वर्ल्ड पॉलिटिक्स में उथल-पुथल की स्थिति बन सकती है। बिजनेस, न्यायिक और संवैधानिक मामलों में भी नए प्रकार के निर्णय देखने में आ सकते हैं। राहु-केतु का ये राशि परिवर्तन राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक बदलावों का संकेत दे रहा है।


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इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।