मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2022) हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ये पर्व हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं इसलिए इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
जनवरी 2022 में शुक्र 5 और बुध 12 दिन तक अस्त रहेगा। साथ ही शनि भी कुछ समय के लिए अस्त होगा। सितारों की ऐसी स्थिति की वजह से मौसम खराब होने और प्राकृतिक आपदा आने और बीमारियों के बढ़ने की आशंका है। इन ग्रहों का असर सभी राशियों पर भी पड़ेगा। जिससे कुछ लोगों के कामों में रुकावटें आने और धन हानि होने के भी योग बनेंगे।
साल 2022 की शुरूआत हो चुकी है। इस महीने 11 जनवरी को शुक्र ग्रह उदय होगा और फिर 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य धनु से निकलकर मकर में आएगा। सूर्य के राशि बदलते ही खरमास खत्म हो जाएगा। इसके बाद मांगलिक कामों की शुरुआत होगी।
ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में सूर्य को शक्ति और यश का प्रतीक माना जाता है और साथ ही ग्रहों का राजा भी कहा जाता है। सूर्य जब किसी कुंडली में मजबूत स्थिति में होता है तब व्यक्ति की नेतृत्व क्षमता, मान प्रतिष्ठा और समृद्धि में वृद्धि होती है।
इस साल शुक्र ग्रह दो बार अस्त होगा। इससे पहले 2018 में भी ऐसा हुआ था। इस महीने ये ग्रह 6 से 11 जनवरी तक यानी सिर्फ 5 दिन के लिए अस्त रहेगा। इस दौरान खरमास होने के कारण मांगलिक कामों पर शुक्र के अस्त होने का खास असर नहीं होगा।
साल 2022 शुरू हो चुका है। हर कोई ये जानना चाहता है कि इस साल उसके जीवन में क्या परिवर्तन होने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मानव जीवन पर सबसे ज्यादा असर शनि ग्रह (Effect of Shani in 2022) डालता है। इसलिए शनि को न्यायाधीश भी कहा गया है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रह की कई स्थितियां होती हैं। ग्रह राशि बदलते हैं, कभी मार्गी यानी सीधी चाल चलने लगते हैं तो कभी वक्री यानी टेढ़ी चाल। इनके अलावा ग्रह समय-समय पर उदय और अस्त भी होते हैं। इनका प्रभाव भी लोगों पर पड़ता है।
साल 2022 के पहले महीने जनवरी में कई ग्रह राशि बदलेंगे और कई ग्रहों की चाल में परिवर्तन होगा। इन सभी का असर जनसामान्य के साथ-साथ देश और दुनिया पर भी पड़ेगा। जनवरी के दूसरे हफ्ते में सूर्य और मंगल राशि बदलेंगे। साथ ही बुध की चाल वक्री हो जाएगी।
साल 2022 का चौथा महीना यानी अप्रैल ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बहुत ही खास रहने वाला है। इस महीने में 4 या 5 नहीं पूरे 9 ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु राशि बदलेंगे। ऐसा संयोग बहुत कम बनता है।
ज्योतिष शास्त्र में कई तरह के शुभ योग बताए गए हैं। कुछ शुभ योग तो महीने में कई बार बनते हैं। इन सभी शुभ योगों का हमारे जीवन पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष असर जरूर पड़ता है। सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, रवि योग, द्विपुष्कर योग और त्रिपुष्कर आदि योग शुभ फल प्रदान करने वाले हैं।