फाल्गुन मास की पूर्णिमा (Falgun Purnima 2022) पर होलिका दहन (Holika Dahan) किया जाता है और इसके अगले दिन यानी चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को रंगों का त्योहार होली (धुरेड़ी) खेली जाती है। इस बार 17 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा और 18 मार्च को होली (Holi 2022) खेली जाएगी।
इस सप्ताह की शुरूआत 14 मार्च से होगी जो 20 मार्च तक रहेगा। इस सप्ताह में कई व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। सप्ताह के पहले ही दिन यानी 14 मार्च को एकादशी तिथि रहेगी। इसके बाद 15 मार्च मंगल प्रदोष, 17 को होलिका दहन और 18 को होली (धुरेड़ी) पर्व मनाया जाएगा।
हिंदू धर्म में विवाह से पहले युवक-युवती की कुंडली जरूर मिलाई जाती है। कुंडली देखते समय दोनों के गुण-दोषों पर विचार किया जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात जो कुंडली मिलान करते समय देखी जाती है, वो है मांगलिक दोष (Manglik Dosh)।
फाल्गुन मास की पूर्णिमा (Falgun Purnima 2022) पर होलिका दहन (Holika Dahan 2022) किया जाता है। इस बार ये तिथि 17 मार्च, गुरुवार को है। इस तिथि पर शाम को महिलाएं होलिका की पूजा करती हैं और रात अंत में होलिका (Holi 2022) का दहन किया जाता है।
इस बार होलाष्टक (holashtak 2022) की शुरूआत 10 मार्च से हो चुकी है, जो 17 मार्च तक रहेगा। आम धारणा है कि होलाष्टक के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, सगाई, गृह प्रवेश आदि नहीं करना चाहिए, लेकिन इस दौरान खरीदारी आदि की जा सकती है।
10 मार्च, गुरुवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन से होलाष्टक की शुरुआत होगी, जो 15 मार्च तक रहेगा। गुरुवार को सूर्योदय रोहिणी नक्षत्र में होगा, जो सुबह 11.30 बजे तक रहेगा।
हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में होली (Holi 2022) भी एक है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा (Falgun Purnima 2022) पर होलिका दहन (Holika Dahan 2022) किया जाता है। इस बार ये पर्व 17 मार्च, गुरुवार को है। इस बार होलिका दहन के मुहूर्त को लेकर ज्योतिषियों में मतभेद की स्थिति बन रही है।
हिंदू धर्म में होलाष्टक (holashtak 2022) को अशुभ समय माना जाता है। ये होलिका दहन के पहले 8 दिन होते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ होता है। होलाष्टक में सिर्फ भगवान की भक्ति करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में सूर्य को ग्रहों का राजा माना गया है। सूर्य जहां तुला राशि में नीच स्थिति में होते हैं, वहीं मेष में इसे उच्च का माना गया है। सूर्य का प्रभाव राशि में मौजूद अन्य ग्रह की शक्तियों को कम कर देता है। ग्रहों का राजा सूर्य जल तत्व की राशि मीन में प्रवेश करने जा रहा है। ये ग्रह परिवर्तन 14 मार्च, सोमवार को होगा। वहीं कुछ पंचांगों में सूर्य राशि परिवर्तन 15 मार्च को बताया जा रहा है। मीन राशि में सूर्य 14 अप्रैल तक रहेगा। इसके बाद मेष में प्रवेश कर जाएगा। सूर्य के मीन राशि में जाते ही मल मास शुरू हो जाएगा। सूर्य के राशि परिवर्तन का असर सभी राशि के लोगों पर दिखाई देगा। कुछ राशि के लोगों पर इसका शुभ प्रभाव सबसे ज्यादा रहेगा। आगे जानिए कौन-सी हैं वो राशियां…
हिंदू धर्म में होलाष्टक (Holashtak 2022) का विशेष महत्व माना जाता है। होलिका दहन के 8 दिन पहले होलाष्टक की शुरुआत होती है। इस बार होलाष्टक की शुरूआत 10 मार्च, गुरुवार से हो रही है, जो 17 मार्च तक रहेगा।