Navratri 2022: आश्विन मास में शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। नवरात्रि का पहले दिन घट स्थापना की जाती है। साथ ही अन्य कई परंपराओं का पालन भी किया जाता है।
Aaj Ka Panchang: 12 सितंबर, सोमवार को पहले उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से गद और उसके बाद रेवती नक्षत्र होने से मातंग नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे। इसके अलावा गण्ड और वृद्धि नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
11 सितंबर 2022 को दिन रविवार है। रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि यात्रा कर रहे हैं तो दलिया, घी या पान खाकर घर से निकलें। देश के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य बेजान दारुवाला के बेटे चिराग दारूवाला से जानिए आज का राशिफल
Ashwin 2022 Festival Calendar: हिंदू पंचांग के अनुसार, एक महीने में 12 महीने होते हैं। इन सभी महीनों का अलग-अलग नाम और महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इन 12 महीनों में सातवें महीने का नाम आश्विन है। इसे क्वार भी कहा जाता है।
वैसे तो लाइफ में सभी कुछ मैटर करता है, लेकिन इन सभी में लव लाइफ या मैरिड लाइफ की बात सबसे अलग होती है। जीवन के इस क्षेत्र में अगर कुछ उथल-पुथल हो तो सबकुछ डिस्टर्ब हो जाता है।
साल 2022 के नौवे महीने सितंबर का तीसरा सप्ताह (12 से 18 सितंबर 2022) तक रहेगा। इन 7 दिनों में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे, वहीं ग्रह-नक्षत्रों की चाल भी बदलेगी, जिसका असर सभी लोगों पर होगा।
Aaj Ka Panchang: 9 सितंबर, शुक्रवार को पहले धनिष्ठा नक्षत्र होने से प्रजापति और सौम्य नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इसके अलावा सुकर्मा और धृति नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:51 से दोपहर 12:24 तक रहेगा।
Panchak: हिंदू धर्म में शकुन अपशकुन की मान्यता बहुत पुरानी है। यही कारण है कि जब भी कोई शुभ काम करना होता है तो उसके पहले मुहूर्त जरूर देखा है। ताकि उस शुभ कार्य में किसी तरह की कोई बाधा न आए।
Anant Chaturdashi 2022: हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की पूजा कई नामों से की जाती है। अनंत भी विष्णुजी का ही एक नाम है। भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस बार ये तिथि 9 सितंबर, शुक्रवार को है।
Pitru Paksha 2022: हिंदू धर्म में श्राद्ध पक्ष को बहुत ही विशेष समय माना गया है। ये वो समय होता है जब लोग अपने पूर्वजों को याद करते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान आदि करते हैं। श्राद्ध पक्ष 16 दिनों का होता है।