फाल्गुन मास की पूर्णिमा (Falgun Purnima 2022) पर होलिका दहन (Holika Dahan 2022) किया जाता है। इस बार ये तिथि 17 मार्च, गुरुवार को है। इस तिथि पर शाम को महिलाएं होलिका की पूजा करती हैं और रात अंत में होलिका (Holi 2022) का दहन किया जाता है।
इस बार होलाष्टक (holashtak 2022) की शुरूआत 10 मार्च से हो चुकी है, जो 17 मार्च तक रहेगा। आम धारणा है कि होलाष्टक के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, सगाई, गृह प्रवेश आदि नहीं करना चाहिए, लेकिन इस दौरान खरीदारी आदि की जा सकती है।
10 मार्च, गुरुवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन से होलाष्टक की शुरुआत होगी, जो 15 मार्च तक रहेगा। गुरुवार को सूर्योदय रोहिणी नक्षत्र में होगा, जो सुबह 11.30 बजे तक रहेगा।
हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में होली (Holi 2022) भी एक है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा (Falgun Purnima 2022) पर होलिका दहन (Holika Dahan 2022) किया जाता है। इस बार ये पर्व 17 मार्च, गुरुवार को है। इस बार होलिका दहन के मुहूर्त को लेकर ज्योतिषियों में मतभेद की स्थिति बन रही है।
हिंदू धर्म में होलाष्टक (holashtak 2022) को अशुभ समय माना जाता है। ये होलिका दहन के पहले 8 दिन होते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ होता है। होलाष्टक में सिर्फ भगवान की भक्ति करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में सूर्य को ग्रहों का राजा माना गया है। सूर्य जहां तुला राशि में नीच स्थिति में होते हैं, वहीं मेष में इसे उच्च का माना गया है। सूर्य का प्रभाव राशि में मौजूद अन्य ग्रह की शक्तियों को कम कर देता है। ग्रहों का राजा सूर्य जल तत्व की राशि मीन में प्रवेश करने जा रहा है। ये ग्रह परिवर्तन 14 मार्च, सोमवार को होगा। वहीं कुछ पंचांगों में सूर्य राशि परिवर्तन 15 मार्च को बताया जा रहा है। मीन राशि में सूर्य 14 अप्रैल तक रहेगा। इसके बाद मेष में प्रवेश कर जाएगा। सूर्य के मीन राशि में जाते ही मल मास शुरू हो जाएगा। सूर्य के राशि परिवर्तन का असर सभी राशि के लोगों पर दिखाई देगा। कुछ राशि के लोगों पर इसका शुभ प्रभाव सबसे ज्यादा रहेगा। आगे जानिए कौन-सी हैं वो राशियां…
हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व 4 बार मनाया जाता है। इनमें से दो गुप्त नवरात्रि होती है और दो प्रकट। साल की पहली नवरात्रि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है। इस बार चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) का आरंभ 2 अप्रैल, शनिवार से होगा।
हिंदू धर्म में हर काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है और मुहूर्त की जानकारी पंचांग से मिलती है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है।
9 मार्च, बुधवार को कई शुभ योग एक साथ बन रहे हैं, जिसके चलते ये दिन बहुत ही खास हो रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बुधवार को सिद्धि सर्वार्थसिद्धि और रवियोग होने इस दिन हर काम में सफलता मिलेगी।
हिंदू धर्म में होलाष्टक (Holashtak 2022) का विशेष महत्व माना जाता है। होलिका दहन के 8 दिन पहले होलाष्टक की शुरुआत होती है। इस बार होलाष्टक की शुरूआत 10 मार्च, गुरुवार से हो रही है, जो 17 मार्च तक रहेगा।