25 दिसंबर, बुधवार को ग्रहों का सेनापति मंगल राशि बदलेगा। मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार मंगल की शुभ-अशुभ स्थिति की वजह से भूमि से संबंधित काम खासतौर पर प्रभावित होते हैं।
ग्रहों के राशि और नक्षत्र परिवर्तन का दौर शुरू हो गया है, जो 30 जनवरी 2020 तक चलेगा। ज्योतिषियों के अनुसार शनि वर्ष गणना के अनुसार 30 साल बाद ग्रह-युति योग का भी संयोग बन रहा है।
सोमवार को विशाखा नक्षत्र होने से मित्र नाम का शुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा। सोमवार की दोपहर लगभग 12.16 बजे चंद्रमा राशि बदलकर तुला से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा।
ज्योतिष के अनुसार इंसान की हर दैनिक चीजों का संबंध किसी ना किसी ग्रह से जरूर होता है। अगर कोई वस्तु किसी ग्रह को प्रभावित करती है तो उस इंसान को अपने जीवन में बहुत सारी बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
इन दिनों पौष मास चल रहा है। धर्म ग्रंथों में इस महीने का विशेष महत्व बताया गया है। उसके अनुसार, इस महीने में रोज सूर्यदेव को जल चढ़ाने से खराब किस्मत भी चमक सकती है।
सूर्य के धनु राशि में आ जाने से बुध अस्त हो गया है। इससे पहले बृहस्पति अपनी ही राशि में सूर्य के आ जाने से अस्त हो गया है।
रविवार को स्वाती नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग बन रहा है। इस दिन चंद्रमा तुला राशि में रहेगा। जानिए क्या होगा आपकी राशि पर असर
ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य के दोनों और लगभग 11 डिग्री पर बृहस्पति स्थित होने से अस्त माने जाते हैं। चूंकि देवगरू बृहस्पति धर्म और मांगलिक कार्यों का कारक ग्रह है। इसलिए गुरू तारा अस्त होने पर मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
शनिवार को चित्रा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग बन रहा है। इसके अलावा इस दिन अतिगण्ड नाम का एक अन्य अशुभ योग भी बन रहा है।
वर्तमान में धनु राशि में गुरू, केतु, सूर्य और शनि हैं। इन ग्रहों के कारण चतुर्ग्रही योग बन रहा है। इससे पहले धनु राशि में शनि और केतु ही थे। फिर शुक्र के आने से चर्तुग्रही योग बन गया था।