हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति की हथेली में बनी रेखाएं उसके भविष्य से सीधा संबंध रखती हैं। हथेली पर बनी रेखाओं के अध्ययन से व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में जाना जा सकता है।
20 से 23 जून का समय ज्योतिषीय नजरिये से बहुत खास है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दौरान 3 ग्रहों की चाल में बदलाव होगा। ये ग्रह हैं गुरु, शुक्र और बुध। इन ग्रहों के चाल और राशि बदलने से देश-दुनिया और सभी राशियों पर इसका शुभ-अशुभ देखने को मिलेगा।
15 जून से सूर्य वृष राशि से निकलकर मिथुन राशि में आ चुका है, जो 15 जुलाई तक इसी राशि में रहेगा। ये शनि से आठवीं राशि में है। इसलिए अब सूर्य-शनि का षडाष्टक योग बन रहा है।
उज्जैन. 18 जून, शुक्रवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र शाम 6 बजे तक रहेगा। शुक्रवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से शुभ नाम का योग बन रहा है। गुरुवार की रात से चंद्रमा राशि बदलकर सिंह से कन्या में आ चुका है। चंद्रमा का राशि परिवर्तन का असर सभी पर शुभ-अशुभ रूप में दिखाई देगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
ज्योतिष शास्त्र में पंचमहापुरुष योग को बहुत ही शुभ माना गया है। कुंडली में पंच महापुरुष मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि होते हैं। इन 5 ग्रहों में से कोई भी मूल त्रिकोण या केंद्र में बैठे हैं तो श्रेष्ठ हैं।
उज्जैन. सभी 12 राशियों के अपने-अपने स्वामी ग्रह होते हैं जिनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। व्यक्ति की राशि और कुंडली के अध्ययन से यह जाना जा सकता है कि किस फील्ड में उसे सबसे ज्यादा सफलता मिल सकती है। आज हम आपको कुछ ऐसी राशि के लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जो किसी दूसरे के अधीन न रहकर खुद का बिजनेस करने में यकीन करते हैं और सफलता पाते हैं। आगे जानिए कौन-सी हैं वो 4 राशियां
उज्जैन. शुक्र ग्रह 22 जून, मंगलवार को मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में ये ग्रह 17 जुलाई तक रहेगा। कर्क चंद्र ग्रह की राशि है और शुक्र चंद्र ग्रह को अपना शत्रु मानता हैं इसलिए कर्क राशि में शुक्र का फल बहुत ज्यादा शुभ नहीं होगा।
उज्जैन. हिंदू धर्म में सोने को ज्योतिष से जोड़कर भी देखा जाता है। इसे (बृहस्पति) गुरु का धातु माना गया है। वर्तमान में सोना पहनना स्टेट्स सिंबल माना जाता है। लेकिन कभी-कभी सोने पहनना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसा ग्रह दशाओं के कारण संभव है। लाल किताब या ज्योतिष के अनुसार सोना किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं इसकी जानकारी मिलती है। आगे जानिए इससे जुड़ी खास बातें…
20 जून, रविवार को गुरु ग्रह कुंभ राशि में वक्री होगा यानी टेढ़ी चाल से चलने लगेगा। इसी चाल से चलते हुए गुरु 14 सितंबर को एक राशि पीछे यानी मकर में आ जाएंगे और 19 नवंबर तक इसी राशि में रहेंगे। इसके बाद फिर से कुंभ राशि में गुरु ग्रह का प्रवेश होगा।
उज्जैन. 16 जून, बुधवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन सूर्योदय मघा नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। बुधवार को मघा नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…