ज्योतिष शास्त्र में राहुकाल को अशुभ समय माना गया है। इस दौरान कुछ काम करने की मनाही है।
उज्जैन. 26 फरवरी, बुधवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन सूर्योदय उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में होगा। बुधवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है, जो दिन भर रहेगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन-
मृत्यु एक अटल सत्य है। कोई इसे बदल नहीं सकता। जन्म कुंडली में जब कुछ अशुभ योग बनते हैं तो व्यक्ति की अकाल मृत्यु होने के योग बनते हैं।
उज्जैन. 25 फरवरी, मंगलवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि है। इस दिन सूर्योदय पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में होगा। इसके बाद शाम करीब 5.51 के बाद से उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र शुरू हो जाएगा। मंगलवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से काम नाम का अशुभ योग और उसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। इसके अलावा इस दिन त्रिपुष्कर योग भी दिन बन रहा है। इस दिन सुबह लगभग 11.14 से चंद्रमा राशि बदलकर कुंभ से मीन में प्रवेश करेगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन-
ज्योतिष के अनुसार जन्म राशि के नाम के अलावा व्यक्ति का जो नाम होता है, वह भी व्यक्तित्व पर असर डालता है। कुल 12 राशियां बताई गई हैं और कुंडली में चंद्र ग्रह की स्थिति के अनुसार राशि निर्धारित होती है।
सोमवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन सूर्योदय शतभिषा नक्षत्र में होगा। दोपहर लगभग 3.22 के बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। सोमवार को शतभिषा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और उसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
किसी भी व्यक्ति की कुंडली देखकर ये मालूम हो सकता है कि वह कभी अमीर बनेगा या नहीं।
उज्जैन. 23 फरवरी, रविवार को फाल्गुन मास की अमावस्या है। इस दिन सूर्योदय धनिष्ठा नक्षत्र में होगा। इसके बाद दोपहर लगभग 1.10 के बाद शतभिषा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। रविवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग और उसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। शनिवार की रात से चंद्रमा राशि बदलकर मकर से कुंभ में आ चुका है। इसका असर भी रविवार को सभी राशियों पर दिखाई देगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन-
कुछ लोगों के शरीर पर जन्म से ही कुछ निशान होते हैं, इन्हें बर्थमार्क कहा जाता है। अगर आपके शरीर के किसी भी हिस्से पर कोई निशान है तो वह आपको दूसरों से अलग बनाता है, क्योंकि हर निशान का अपना अलग मतलब होता है।
शनिवार को श्रवण नक्षत्र होने से स्थिर और उसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से प्रवर्ध नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।