बिजनेस डेस्क : जोमैटो (Zomato) सिर्फ ऑनलाइन फूड डिलीवरी से ही नहीं 10 तरीकों से पैसा कमाती है। दीपिंदर गोयल के जोमैटो (Food Delivery Company) का मुनाफा काफी ज्यादा है। कंपनी का बिजनेस मॉडल काफी शानदार है। आइए जानते हैं जोमैटो कैसे पैसे कमाती है?
फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो को जीएसटी का नोटिस मिला है। सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स गुरुग्राम ने यह आदेश जारी किया है। इसमें 5,90,94,889 रुपए की जीएसटी की मांग की गई है। वहीं, इसके अलावा इतना ही ब्याज और जुर्माना वसुला जाएगा।
अब आप जोमैटो से खाना मंगाने के अलावा ऑनलाइन पेमेंट भी कर पाएंगे। दरअसल, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने जोमैटो की सब्सिडियरी जोमैटो पेमेंट्स को ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर बनने के लिए मंजूरी दे दी है।
दो दिनों से पूरे भारत में हिट एंड रन कानून को लेकर पूरे देश में राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया गया। इस बीच पेट्रोल डीजल की कमी के चलते पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी कतारें लगी रही। ऐसे में जोमैटो के डिलीवरी बॉय ने इसका एक अनोखा रास्ता निकाला।
जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने ट्विटर पर एक पोस्ट साझा की। इस पोस्ट में वह कंपनी की टी-शर्ट पहनकर रॉयल एनफील्ड पर नजर आए। उन्होंने अपने ग्राहकों तक खाना पहुंचाया।
फूड डिलिवरी ऐप जोमैटो (Zomato) हाल ही में अपने मुनाफे को लेकर काफी चर्चा में रही। इसी बीच,जोमैटो के सीईओ (CEO) दीपेंद्र गोयल ने 6 अगस्त को खुद डिलिवरी ब्वॉय बनकर अपने कस्टमर्स को फूड डिलिवर किया। इसकी तस्वीर उन्होंने खुद शेयर की है।
फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो (Zomato) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। ऐसे में इस कंपनी के शेयरधारकों को भी तगड़ा फायदा हुआ है। कंपनी में काम करने वाली सुरोभि दास के पास इसके 1.42 करोड़ शेयर हैं।
Deepinder Goyal 15 kg Weight Loss: जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने अपनी फिटनेस जर्नी शेयर की है। गोयल द्वारा दो फोटो शेयर किए गए हैं इसमें एक 2019 का है और दूसरा 2023 का है। दोनों तस्वीरों में उनकी फैट टू फिट जर्नी साफ दिख रही है।
ऑनलाइन फूड डिलीवरी में जोमैटो और स्विगी काफी पॉपुलर हैं। इनकी कीमत करीब 5 बिलियन डॉलर हैं। मार्केट में दोनों के बीच तगड़ा मुकाबला देखने को मिलता है। हाल ही में जोमैटो का शेयर 55 प्रतिशत है और स्विगी 45 प्रतिशत कब्जा जमाए हुए है।
रिपोर्ट के मुताबिक, WAAYU रेस्तरां से किसी तरह का कोई कमीशन फीस नहीं लेगा। यही कारण है कि रेस्तरां कस्टमर्स को अच्छा और बेहतर दाम पर फूड ऑफर कर पाएंगे। इस प्लेटफार्म का उद्देश्य कस्टमर्स तक सस्ता, अच्छा और क्वालिटी वाला खाना पहुंचाना है।