एनपीसीआई ने पेटीएम को थर्ड पार्टी एप के लिए हरी झंडी दे दी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, संकट के बीच पेटीएम के अलग-अलग डिपार्टमेंट से एनुअल परफॉर्मेंस रिव्यू के आधार पर कर्मचारियों की छंटनी कर सकता है। इससे बड़ी संख्या में लोगों की जॉब जा सकती है।
पेटीएम को संकट के बीच एक बड़ी राहत मिली है। एसबीआई के साथ मिलकर पेटीएम थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर टीपीएपी बनेगी। इसके लिए NPCI भी 15 मार्च तक पेटीएम को TPAP लाइसेंस दे सकता है। इसके बाद पेटीएम के यूजर्स बिना किसी परेशानी के इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।
टेलीकॉम इंडस्ट्री में दबदबा बनाने के बाद अब मुकेश अंबानी की कंपनी जियो अब यूपीआई पेमेंट्स सेक्टर में भी हाथ आजमा सकता है। कंपनी जल्द ही साउंड बॉक्स लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इसके आने के बाद से पेटीएम को सीधी टक्कर मिल सकती है।
पिछले कुछ दिनों में रिजर्व बैंक ने कई फाइनेंशियल कंपनियों पर सख्त एक्शन लिया है। लोन देने में अनियमितता के चलते RBI ने अब मर्चेंट बैंकर JM Financial पर कार्रवाई की है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पेटीएम की तरह ही IIFL फाइनेंस बैंक पर कार्रवाई की है। अब यह फाइनेंस कंपनी नए ग्राहकों को गोल्ड लोन नहींं दे सकेंगी। आरबीआई की जांच रिपोर्ट में कंपनी की कई अनियमितताए सामने आई है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) पर कार्रवाई के बाद अब रिजर्व बैंक ने नियमों का उल्लंघन करने की वजह से 3 बैंकों और एक NBFC कंपनी पर मोटा जुर्माना लगाया है।
पेटीएम की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर सिकंजा कसा फिर बोर्ड के मेंबर्स धिरे-धिरे कंपनी छोड़ने लगे। अब इंदौर में कंपनी के फिल्ड में मैनेजर ने नौकरी जाने की आशंका के तनााव में 25 फरवरी को आत्महत्या की।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक्शन के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) काफी चर्चा में है। इसी बीच, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के चेयरमैन विजयशेखर शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को NPCI को निर्देश दिया है कि पेटीएम ऐप के UPI ऑपरेशन को कंटीन्यू रखने के लिए एक थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर दिया जाए। अगर ऐसा होता है तो 15 मार्च के बाद भी पेटीएम की यूपीआई सेवा जारी रह सकती है।