20 जुलाई, गुरुवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन सिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:12 से 03:51 तक रहेगा।
19 जुलाई, बुधवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा इस दिन वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:33 से 2:12 तक रहेगा।
18 जुलाई, मंगलवार से सावन का अधिक मास शुरू हो जाएगा। इस दिन श्रावण अधिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान नाम का शुभ योग बनेगा। राहुकाल सुबह 03:52 से 05:31 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 17 जुलाई, सोमवार को हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे धूम्र नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन व्याघात और हर्षण नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 07:34 से 09:13 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 16 जुलाई, रविवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। साथ ही ध्रुव और व्याघात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह शाम 05:31 से 07:11 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 15 जुलाई, शनिवार को प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग रहेगा। साथ ही वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:13 से 10:53 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 14 जुलाई शुक्रवार को रोहिणी नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे मित्र नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन गण्ड और वृद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:52 से दोपहर 12:32 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 13 जुलाई, गुरुवार को कृत्तिका नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे लुंबक नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन शूल और गण्ड नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:12 से 03:52 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 12 जुलाई, बुधवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, धृति और शूल नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
11 जुलाई, मंगलवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि, सुकर्मा और धृति नाम के 4 अन्य योग भी रहेंगे।