महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) शिव भक्तों का सबसे प्रमुख त्योहार है। इस बार ये पर्व 1 मार्च, मंगलवार को है। इस दिन शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है। वैसे तो हमारे देश में भगवान शिव के अनेक प्राचीन मंदिर हैं, लेकिन इन सभी में ज्योतिर्लिंग का महत्व सबसे अधिक है।
'आदियोगी' के नाम से बनी शिव की अर्धमूर्ति की ऊंचाई 112.4 फीट है, 24.99 मीटर चौड़ी और 147 फीट लंबी है। भारतीय पर्यटन मंत्रालय ने मूर्ति को अपने आधिकारिक अतुल्य भारत अभियान में शामिल किया है। यह एक योगी के रूप में शिव पर एक लाइट एंड साउंड शो का स्थल भी है।
मणिकर्णिका घाट पर युवाओं के हुजूम के कारण हर-हर महादेव, बोल बम और जय शंकर का घोष हर ओर गुंजायमान रहता। इस यात्रा के दौरान बीच में पड़ने वाले पांच पड़ावों पर ही विश्राम की परंपरा है। इन पांच पड़ावों की परंपरागत विश्राम के साथ यात्रा पूर्ण होती है।
महाशिवरात्री पर आप बॉलीवुड के कई गानों को बजाकर इस पर्व का मजा दोगुना कर सकते हैं। हर एक गाना आपको भोले बाबा की भक्ति के सागर में डूबा देगा।
महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) पर ज्योतिर्लिंगों (12 Jyotirlinga) के दर्शन का विशेष महत्व है। इन सभी 12 ज्योतिर्लिंगों की अलग-अलग मान्यताएं और परंपराएं हैं। इन 12 प्रमुख ज्योतिर्लिगों में नागेश्वर ज्योतिर्लिंग (Nageshwar Jyotirling) का स्थान दसवा है।
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 1 मार्च, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव का विशेष पूजन किया जाता है। भक्त मंदिरों में दर्शन करते हैं व्रत रखकर मनोकामना पूर्ति के लिए शिवजी से प्रार्थना करते हैं।
इस बार 1 मार्च, मंगलवार को महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) है। महाशिवरात्रि पर शाम 4.29 बजे तक पंचग्रही योग रहेगा और उसके बाद त्रिग्रही-चतुर्ग्रही योग बनेंगे। शाम 4.29 बजे तक चंद्र, मंगल, बुध, शुक्र, शनि के एक साथ रहने से पंचग्रही योग बना रहेगा।
इस बार 1 मार्च, मंगलवार को महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) का पर्व मनाया जाएगा। इस अवसर पर सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Jaggi Vasudev) के ईशा योग केंद्र (Isha Yoga Center) में विशेष आयोजन किए जाएंगे। 1 मार्च की शाम 6 बजे से यहां महोत्सव शुरू होगा और अगली सुबह 6 बजे तक चलेगा।
भगवान शिव की पूजा के लिए अनेक मंत्र, स्तुतियों और स्त्रोतों की रचना की गई है। रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) भी इनमें से एक है। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव का ही एक नाम रुद्र है। धर्म ग्रंथों के अनुसार रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं- ब्रह्मविष्णुमयो रुद्रः, ब्रह्मा विष्णु भी रूद्रमय ही हैं।
साउथ फिल्मों के सुपरस्टार चिरंजीवी इन दिनों अपनी फिल्मों को लेकर चर्चा में बने हुए है। वे इन दिनों अपनी फिल्म भोला शंकर लेकर चर्चा में बने हुए है। इस फिल्म में वे शंकर का किरदार निभा रहे हैं, जिसका फर्स्ट लुक महाशिवरात्रि यानी 1 मार्च को आउट होगा।