मिशन चंद्रयान-3 (Mission chandrayaan-3) की सफलता की बधाई देने पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह बेंगलुरु स्थित इसरो (ISRO) के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पहुंचे। उन्होंने वैज्ञानिकों को सैल्यूट किया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में घोषणा किया कि चंद्रयान-3 के लैंडिंग प्वाइंट को शिव शक्ति के नाम से जाना जाएगा। चंद्रयान-2 ने जिस जगह पद चिह्न छोड़े उसका नाम तिरंगा होगा।
सुबह सवेरे मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली लौट आएंगे। पीएमओ ने बताया कि पीएम मोदी सुबह करीब छह बजे बेंगलुरू एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
इसरो (ISRO) ने चंद्रयान-3 से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचे प्रज्ञान रोवर से जुड़ी एक नई खुशखबरी शेयर की है। इसरो के मुताबिक, चंद्रमा की धरती पर प्रज्ञान रोवर ने 8 मीटर की दूरी तय कर ली है।
इसरो (ISRO) ने शुक्रवार को विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर (Pragyan rover) के बाहर आने का वीडियो शेयर किया। इसमें रोवर को लैंडर से चंद्रमा की सतह पर उतरते देखा जा सकता है।
इसरो (ISRO) ने चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) के विक्रम लैंडर की ताजी तस्वीर जारी की है। इसे चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर से लिया गया है।
इसरो के मून मिशन की सफलता के उपलक्ष्य में मध्य प्रदेश के धार जिले में एक अनोखा फैसला लिया गया है। जिले के भोज हॉस्पिटल चौराहा का नाम बदलकर चंद्रयान रखा गया है।
चंद्रमा की सतह पर हमारे चंद्रयान-3 के उतरने का रोमांच अब तमाम नौनिहालों को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित कर रहा।
इसरो के फाउंडर चेयरमैन विक्रम साराभाई के निधन के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रोफेसर सतीश धवन को चेयरमैन पद का आग्रह किया। तब उन्होंने दो बड़ी शर्तें सामने रख दीं।
भारत के मून मिशन चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग कराने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन चुका है। ISRO प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चंद्रयान-3 के सबसे मुश्किल दौर को बताया।