Chhath Puja Upay: ज्योतिष शास्त्र में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं, इनमें से दो ग्रह हमें प्रत्यक्ष दिखाई देते हैं- सूर्य और चंद्रमा। सूर्य को सौर मंडल का राजा भी कहा जाता है। इस ग्रह का जितना महत्व ज्योतिष में है, उतना ही धर्म में भी है।
Chhath पर्व की शुरूआत आज यानि 8 नवंबर 2021 को हो गई है। पहले दिन नहाय-खाय से इसकी शुरुआत होती है। दूसरे दिन खरना होता है, जिसमें व्रती पूरे दिन व्रत करती हैं और शाम को गुड़ से बनी खीर और रोटी का सेवन करती है।
नहाय-खाय के साथ सोमवार से छठ महापर्व का आगाज हो चुका है। नहाय खाय के दिन गंगा स्नान करने की मान्यता है। इस दिन घरों की साफ-सफाई की जाती है। चार दिवसीय छठ पर्व का व्रत सभी व्रतों में सबसे कठिन होता है।
Chhath Puja 2022: छठ पूजा उत्तर भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस व्रत में मुख्य रूप से सूर्य देवता और छठी मैया की पूजा की जाती है। इस दौरान लाखों व्रती (व्रत करने वाले) श्रद्धापूर्वक कठोर नियमों का पालन करते हुए व्रत-उपवास करते हैं।
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा (Chhath Puja 2021) की जाती है। वैसे तो ये उत्सव पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन मुख्य रूप से ये उत्सव बिहार, उत्तर प्रदेश व झारखंड में किया जाता है। इस बार ये व्रत 10 नवंबर, बुधवार को है।