पूरा देश ही नहीं विश्व अपने चंद्रयान-3 को चांद की सतह पर उतरते हुए देखने को उत्साहित है। भारतीय समयानुसार बुधवार शाम 5.45 मिनट से विक्रम 25 किलोमीटर की ऊंचाई नीचे उतरना शुरू करेगा।
देशवासी अपने अपने तरीकों से चंद्रयान-3 की सफलता की कामना कर रहे हैं। लखनऊ में इस्लामिक सेंटर पर स्टूडेंट्स ने नमाज पढ़कर चंद्रयान-3 की सफलता की कामना की है।
Chandrayaan 3 mission Team: चंद्रयान-3 टीम ने इस प्रोजेक्ट में बहुत सारी आकांक्षाएं और इच्छाएं निवेश की हैं। सरो ने 14 जुलाई को इसे लॉन्च किया था। 23 अगस्त 2023 को लगभग 18:04 बजे चंद्रयान-3 उतरेगा।
रूस का चंद्र मिशन लूना-25 क्रैश हो गया। इसके क्रैश होते ही करीब 47 साल बाद अंतरिक्ष में वापसी कर रहे रूस के सपने भी टूट गए। वहीं अब सभी की नजरें चंद्रयान-3 पर टिकी हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है।
चंद्रयान-3 चंद्रमा पर लैंडिंग के लिए तैयार है। 23 अगस्त को 6 बजकर 4 मिनट पर लैंडर मॉड्यूल की चांद पर लैंडिंग होगी। बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA और यूरोपियन स्पेस एजेंसी ESA भी ISRO का साथ दे रही हैं।
इसरो के वैज्ञानिक नीलेश एम देसाई ने बताया है कि चंद्रयान-तीन (Chandrayaan-3) की लैंडिंग इस बात पर निर्भर करती है कि लैंडर और चांद के सतह की स्थिति कैसी है। सबकुछ ठीक नहीं रहा तो इसे 27 अगस्त तक टाला जा सकता है।
प्रकाश राज ने अपने ट्वीट में लिखा, “हेट केवल हेट ही देखती है… मैं #आर्मस्ट्रांग टाइम्स के एक चुटकुले का जिक्र कर रहा था… हमारे केरल चायवाला का जश्न मना रहा हूं… ट्रोलर को कौन सा चायवाला दिखाई दिया ?
भारत को अपने मून मिशन में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) से सहयोग मिल रहा है। इससे इसरो को चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की निगरानी में मदद रही है।
नई दिल्ली। चंद्रमा की सतह पर उतरने के लिए चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) अंतिम तैयारी कर रहा है। उसे चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरना है। यह इलाका बड़े-बड़े गड्ढों से भरा है। इसके बीच चंद्रयान उतरने के लिए सपाट मैदान खोज रहा है।
ISRO ने बताया कि लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर साफ्ट लैंडिंग करेगा। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला अमेरिका, चीन और रूस के बाद चौथा देश बन जाएगा।