'कौन बनेगा करोड़पति 15' के लेटेस्ट एपिसोड में होस्ट अमिताभ बच्चन ने चंद्रयान-3 के बारे में बात की। इसके साथ ही उन्होंने इसके लिए दुआ की और इसे एक बड़ी उपलब्धि भी बताया।
चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर लैंडर को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा। इसके साथ ही भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। हर किसी के मन में ये सवाल है कि लैंडर को चांद की सतह पर उतारने के लिए शाम का वक्त ही क्यों चुना गया?
विक्रम लैंडर के चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग कर ली है। यह प्रक्रिया शाम करीब 5:45 बजे शुरू हुई। शाम 6:04 बजे लैंडिंग हुई। इस दौरान 20 मिनट बेहद तनाव भरे रहे।
भारत का चंद्रयान-3 अब इतिहास रचने के बेहद करीब है। बुधवार 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर इसरो (ISRO) चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह पर उतारेगा। हालांकि, लैंडिंग से पहले 17 मिनट बेहद कठिन हैं।
बुधवार शाम 6:04 बजे चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) ने चंद्रमा पर लैंडिंग की। डॉ एस सोमनाथ, पी वीरमुथुवेल, एस उन्नीकृष्णन नायर और एम शंकरन ने इसरो के मून मिशन में अहम रोल निभाया है।
स्पेसक्रॉफ्ट चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग की सफलता के लिए दुनियाभर में दुआओं का दौर चल रहा है। भारतीय अमेरिकी 'हवन' (अग्नि अनुष्ठान) और 'अभिषेकम' जैसे धार्मिक अनुष्ठान करते देखे गए।
भारत के महत्वाकांशी मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के लिए लंदन के उक्सब्रिज में भारतीय छात्रों और रिसर्च स्कॉलर्स ने आद्या शक्ति माताजी मंदिर में एक विशेष प्रार्थना का आयोजन किया।
भारत के मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) का नेतृत्व इसरो (ISRO) के चेयरमैन डॉ. एस. सोमनाथ कर रहे हैं। सोमनाथ रॉकेट की डिजाइनिंग के मास्टर हैं।
चंद्रयान 3 मिशन की टीम में शामिल यूपी के फिरोजाबाद के इसरो वैज्ञानिक धर्मेंद्र प्रताप यादव एक किसान फैमिली से ताल्लुक रखते हैं। इससे पहले वे मंगलयान प्रोजेक्ट में योगदान देकर पहचान हासिल कर चुके हैं।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) आज इतिहास रचने जा रहा है। इसरो द्वारा भेजा गया चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला है। लैडिंग शाम को छह बजकर चार मिनट पर होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका से चंद्रयान लैंडिंग कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ेंगे।