Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि में हर दिन देवी के एक अलग रूप की पूजा का विधान है। देवी के इन रूपों का अपना खास महत्व है। जानें चैत्र नवरात्रि 2024 के चौथे दिन देवी के किस रूप की पूजा करें?
Chaitra Navratri 2024 Devi Chandraghanta Aarti: चैत्र नवरात्रि में तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा का विधान है। इस बार 11 अप्रैल, गुरुवार को देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी। ये देवी का सौम्य स्वरूप है।
7 Sweet Potato Dish for Chaitra Navratri 2024: अगर आपने नवरात्रि के 9 दिन का व्रत रखा है तो आज हम आपको यहां 7 डिश बता रहे हैं जो कि आपको मूड को बदल सकती हैं।
Chaitra Navratri 2024 Devi Brahmacharini: चैत्र नवरात्रि में रोज देवी के अलग रूप की पूजा का विधान है। इसी क्रम में नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। देवी ब्रह्मचारिणी को तप की देवी भी कहते हैं।
Chaitra Navratri 2024 Vrat Niyam: चैत्र नवरात्रि हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। इसे बड़ी और वासंती नवरात्रि भी कहते हैं। चैत्र नवरात्रि में बहुत से लोग व्रत भी करते हैं। नवरात्रि व्रत के दौरान कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी है।
Chaitra Navratri 2024 Frist Day Puja Devi Shailputri: धर्म ग्रंथों में देवी के 9 रूप बताए गए हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में देवी के एक अलग रूप की पूजा की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन की देवी शैलपुत्री हैं।
Chaitra Navratri 2024 Rashi Anusar Upay: हर साल चैत्र मास में नवरात्रि पर्व मनाया जाता है। इसे चैत्र और बड़ी नवरात्रि कहते हैं। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से हिंदू नववर्ष भी शुरू होता है।
Chaitra Navratri 2024 Date: नवरात्रि हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। अधिकांश लोग सिर्फ 2 नवरात्रि के बारे में जानते हैं जो आमतौर पर अप्रैल और अक्टूबर महीने में मनाई जाती है। इनके अलावा 2 नवरात्रि और भी होती है, जिन्हें गुप्त नवरात्रि कहते हैं।
Chaitra Navratri 2024 Date: चैत्र मास में हर साल नवरात्रि पर्व मनाया जाता है। नवरात्रि के पहले दिन से ही हिंदू नववर्ष की शुरूआत भी होती है। इस बार चैत्र नवरात्रि का पर्व अप्रैल महीने में मनाया जाएगा। नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन की परंपरा भी है।
Chaitra Navratri 2024 Bhog List: हिंदू नववर्ष के पहले दिन यानी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि भी शुरू होती है। 9 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में रोज देवी के अलग रूप की पूजा की जाती है। इन 9 दिनों में देवी को अलग-अलग भोग लगाए जाते हैं।