सार
आमतौर पर इस्लामिक कल्चर(islamic culture) में महिलाओं को उतनी आजादी नहीं है, जितनी अन्य धर्मों में है। लेकिन अब यह परंपरा टूटने जा रही है। कुवैत सरकार ने सेना में महिलाओं की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बेशक इसका कट्टरपंथी मुस्लिम विरोध कर रहे हैं, लेकिन सेना में आने के लिए 13000 लड़कियों ने आवेदन किया है।
कुवैत. वर्ष, 2022 इस्लामिक कल्चर में एक बड़ा बदलाव ला रहा है। आमतौर पर इस्लामिक कल्चर(islamic culture) में महिलाओं को उतनी आजादी नहीं है, जितनी अन्य धर्मों में है। लेकिन अब यह परंपरा टूटने जा रही है। कुवैत सरकार ने सेना में महिलाओं की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बेशक इसका कट्टरपंथी मुस्लिम विरोध कर रहे हैं, लेकिन सेना में आने के लिए 13000 लड़कियों ने आवेदन किया है। बता दें कि 12 अक्टूबर, 2021 को कुवैत सरकार ने इस्लामिक परंपराओं के इतर महिलाओं को सेना में भर्ती करने का फैसला लिया था। अब कुवैत की तीनों सेनाओं में महिलाओं को हालांकि अभी इसका खुलासा होना बाकी है कि महिलाओं का नॉन कॉम्बैट एडमिशन होगा या सीमा पर लड़ाई में भी महिलाए जा सकेंगी। खाड़ी देश के इतिहास में यह पहली बार है कि महिलाएं सेना में अपनी सेवा दे सकेंगी।
18 से 26 साल की महिलाएं हो सकेंगी शामिल
‘अल मॉनिटर’ की एक रिपोर्ट में कहा गया कि जिन 13000 महिलाओं ने कुवैत की सेना में आने के लिए एप्लिकेशन लगाई है, उनकी जांच की जा रही है। इसके लिए यूनवर्सिटी डिप्लोमा या ग्रेजुएशन की योग्यता रखी गई है। आवेदन के लिए महिलाओं की उम्र 18 से 26 साल के बीच होनी चाहिए। यह अलग बात है कि कुवैत सरकार के इस फैसले का कट्टरपंथी संगठन विरोध कर रह हैं। हालांकि वे खुलकर सामने नहीं आ रहे। उनका तर्क है ये इस्लामिक कल्चर के खिलाफ होगा। लेकिन किसी इस्लामिक देश में इस तरह का फैसला पहला नहीं है। इससे पहले सउदी अरब ने सेना में एक पोर्टल के जरिए महिला और पुरुष दोनों को रजिस्टर करने की मंजूरी दी थी। सउदी अरब की सेना में महिलाएं सिपाही से लेकर सार्जेंट तक की रैंक हासिल कर सकती हैं। सउदी अरब में रॉयल सउदी अरब डिफेंस, रॉयल सउदी नेवी, आर्म फोर्सेज की मेडिकल सेवाओं और स्ट्रेटेजिक मिसाइल फोर्सेज में भी महिलाओं को शामिल करने की दिशा में पहल की है।
कुवैत में महिलाओं की स्थिति में सुधार हो रहा है।
कुवैत में पहले महिलाओं की स्थिति ठीक नहीं थी। लेकिन 2005 में जब महिलाओं वोट देने का अधिकार मिला है, तब से उनकी स्थिति में सुधार है। आज कुवैत की संसद और कैबिनेट दोनों में महिलाएं प्रतिनिधित्व कर रही हैं। कुवैत की सरकारी समाचार एजेंसी कुना के मुताबिक रक्षा मंत्री शेख हमद जबेर अल-अली अल-सबाह ने एक ट्वीट किया था। इसमें कहा गया कि अब समय आ गया है कि महिलाओं को कुवैती सेना में अपने भाइयों के साथ काम करने की अनुमति दी जाए। कुवैत में महिलाएं 2001 से पुलिस में काम कर रही हैं। इसी क्षमताओं को देखते हुए उन्हें अब सेना में शामिल होने की अनुमति दी गई है।
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